यूपी के आयुष्मान कार्ड होल्डर के लिए सरकार की और से बड़ा फैसला लिया गया है। बता दें कि यूपी के सात जिलों में अब इस योजना में शामिल करने का फैसला लिया गया है। इसमें प्रयागराज, बरेली, गोरखपुर, कानपुर नगर, लखनऊ, मेरठ, वाराणसी जिले शामिल हैं। इन जिलों में 100 बेड से कम क्षमता वाले अस्पतालों को भी योजना की लिस्ट में ऐड करने की स्वीकृति दी गई है। प्रदेश में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत योग्य लाभार्थियों को हर साल 5 लाख रुपए तक का फ्री इलाज दिया जाएगा।
क्या होनी चाहिए सुविधा?
बताया जा रहा है इन जिलों में आयुष्मान योजना के लाभार्थियों की संख्या बहुत ज्यादा है। इसलिए वहां अस्पतालों की संख्या बढ़ाने के लिए ये फैसले लिए गए हैं। मुख्य अस्पताल में कम से कम 3 पंजीकरण में शिथिलता प्रदान की गई है। हालांकि, इस योजना की लिस्ट में शामिल होने के लिए अस्पतालों को नोडल एजेंसी साचीज द्वारा निर्धारित सभी अन्य क्राइटेरिया का पालन करना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही इनमें योग्य डॉक्टरों की उपलब्धता, जरूरी दवाओं का भंडार, इलाज के लिए बुनियादी सुविधाएं और फायर सेफ्टी मानकों का पालन शामिल है।
उत्तर प्रदेश के 7 जिलों – प्रयागराज, बरेली, गोरखपुर, कानपुर नगर, लखनऊ, मेरठ, वाराणसी में 100 बेड से कम क्षमता वाले अस्पतालों को भी आयुष्मान योजना में सूचीबद्ध करने की स्वीकृति दी गई है।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को प्रति परिवार प्रति… pic.twitter.com/QxZnx5Qkpc
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वहीं, साचीज की मुख्य कार्यपालक अधिकारी अर्चना वर्मा का कहना है कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 5,872 से ज्यादा अस्पताल योजना में सूचीबद्ध हैं जिनमें 2,923 निजी अस्पताल भी शामिल हैं। ये सूचीबद्ध अस्पताल कई सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं भी प्रदान कर रहे हैं, जिनके माध्यम से लाभार्थियों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं। प्रदेश में अब तक 5,28,74,577 योग्य लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। साथ ही प्री-ऑथराइजेशन की प्रक्रिया के तहत प्रदेश पूरे देश में टॉप पर हैं।