Prayagraj News: मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering Case) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के बेटे विधायक अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) को नौ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद मऊ सदर विधायक अब्बास अंसारी को अदालत में पेश किया जाएगा। बता दें कि अब्बास अंसारी के खिलाफ पहले भी बड़ी कार्रवाई हो चुकी हैं। पुलिस ने बड़े स्तर पर छापेमारी की थी।
मुख्तार की जब्त हो चुकी है करोड़ों की संपत्ति
जानकारी के मुताबिक इससे पहले 21 अक्टूबर को ईडी ने माफिया मुख्तार अंसारी की 1.48 करोड़ रुपये की सात संपत्तियां कुर्क की थीं। अब्बास से शुक्रवार (4 नवंबर) को ईडी ने अपने प्रयागराज कार्यालय में नौ घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई। बताया गया है कि मुख्तार के खिलाफ दर्ज में मामले में ही उनसे पूछताछ की गई थी, जिसके बाद कार्रवाई हुई है।
अब्बास अंसारी(मुख्तार अंसारी के बेटे) को आज ED ने दूसरी बार बुलाया और वो करीब 2 बजे आए थे और 11 बजे तक चली पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर किसी अज्ञात स्थान पर लेकर गए हैं। कुछ बता नहीं रहें कि क्यों गिरफ्तार करके लेकर गए हैं:मोहम्मद फारूक,अब्बास अंसारी के वकील,प्रयागराज (4.11) pic.twitter.com/LmJyI2p2MH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 4, 2022
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ईडी पहले ही नवंबर 2021 में बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी से पूछताछ कर चुकी है। मुख्तार के भाई बसपा सांसद अफजल अंसारी और सिबगतुल्लाह अंसारी से भी ईडी ने मई 2022 में पूछताछ की थी। वहीं मऊ सदर से एसबीएसपी विधायक अब्बास अंसारी के खिलाफ पुलिस ने उस वक्त मुकदमा दर्ज किया था जब वह फरार थे। आरोप है कि इस साल की शुरुआत में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने भड़काऊ भाषण दिया था।
विवादित बयान मामले में किया था समर्पण
इसके बाद अब्बास अंसारी ने 21 अक्टूबर को एक एमपी-एमएलए कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था। जहां से उन्हें जमानत दे दी थी। बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 16 अक्टूबर को विधायक अब्बास अंसारी को विधानसभा चुनाव के दौरान विवादित बयान देने के मामले में राहत दी थी। कोर्ट ने विशेष न्यायाधीश (एमपी/एमएलए) कोर्ट/अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीनियर डिवीजन), मऊ की ओर से पारित आदेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि राज्य सरकार इस मामले में हलफनामा दाखिल नहीं कर पाई थी।
बता दें कि अगस्त में यूपी पुलिस ने अब्बास अंसारी की तलाश में दिल्ली, लकनऊ और मऊ समेत कई स्थानों पर एक साथ छापेमारी की थी। उनके नहीं मिलने पर पुलिस ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया था। अब्बास अंसारी हथियारों के लाइसेंस के हस्तांतरण धोखाधड़ी मामले में आरोपी हैं। लखनऊ कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।