Hardoi Disabled youth missing: उत्तर प्रदेश के हरदोई में एक अजब-गजब मामला सामने आया है। दरअसल, यहां एक दिव्यांग युवक पर स्थानीय दो परिवरों ने अपना बेटा होने का दावा किया है। मामला तब और पेचीदा हो गया जब दोनों ही परिवार युवक का आधार कार्ड लेकर पुलिस थाने पहुंच गए। अब पुलिस इस मामले में युवक और दोनों परिवारों का DNA टेस्ट करवाने पर विचार-विमर्श कर रही है।
हरदोई के कामीपुर गांव का है मामला
पुलिस के अनुसार यह पूरा मामला कामीपुर गांव है। गांव में रहने वाले रामप्यारे ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा प्रसाद पिछले 22 जनवरी से लापता है। वह दिव्यांग है। वहीं, गांव के ही भगवानदीन का कहना है कि यह उनका बेटा शिवपाल करीब 10 साल पहले घर से लापता हुआ था यह दिव्यांग उनका वहीं खोया हुआ बेटा है। पुलिस इस बात की तहकीकात कर रही है कि अचानक युवक कहां से आया। युवक से पूछताछ कर यह पता लगाया जा रहा है कि वह इससे पहले कहां था। उससे बात करने के लिए मनौचिकित्सकों की मदद ली ा रही है।
पुलिस करवाएगी डीएनजी जांच
पुलिस के अनुसार दोनों ने अपने-अपने बयानों और नाम-पते के अनुसार सुबूत के तौर पर आधार कार्ड पेश किए हैं। युवक दिव्यांग है इसलिए सही से कुछ बता नहीं पा रहा है। दोनों परिवारों और उनके पड़ोसियों के बयान लिए गए हैं। अब युवक का डीएनए जांच करवाने पर विचार हो रहा है, जिससे युवक के असली माता-पिता के बारे में पता लग सके और परिवार को उनके बेटे मिलवाया जा सके। फिलहाल दोनों पखों से युवक के साथ फोटो समेत अन्य दस्तावेज मांगे हैं। यह घटना गांव में जंगल में आग की तरह फैली। सभी लाेग थाने दिव्यांग को देखने पहुंचे जिस पर एक ही गांव के दो परिवार अपना बेटा होने का दावा कर रहे हैं।