---विज्ञापन---

ग्रेटर नोएडा की Ajnara Le Society में घुसा तेंदुआ दे रहा चकमा, अब आगरा से बुलाई गई स्पेशन टीम

UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ग्रेटर नोएडा वेस्ट (Greater Noida West) की अजनारा ले सोसायटी (Ajnara Le Garden) में तेंदुए की दहशत अभी खत्म नहीं हुई है। वन विभाग और नोएडा पुलिस की टीमें उसकी तलाश में जुटी हुई है। वन विभाग के अधिकारियों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Jan 6, 2023 12:08
Share :

UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ग्रेटर नोएडा वेस्ट (Greater Noida West) की अजनारा ले सोसायटी (Ajnara Le Garden) में तेंदुए की दहशत अभी खत्म नहीं हुई है। वन विभाग और नोएडा पुलिस की टीमें उसकी तलाश में जुटी हुई है। वन विभाग के अधिकारियों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि निर्माणाधीन इमारत के बेसमेंट में तेंदुए देखा गया है।

और पढ़िए –10 दिन में दूसरी घटना, अब शराब के नशे में एक यात्री ने महिला के कंबल पर किया पेशाब

तेंदुआ और टीमों का हुआ आमना-सामना

वन विभाग के अधिकारियों ने पुष्टि की कि उन्होंने सोसायटी में निर्माणाधीन इमारतों के तहखाने में तेंदुए को देखा। गौतमबुद्ध नगर के प्रभागीय वन अधिकारी पीके श्रीवास्तव ने बताया कि मंगलवार की रात आउट टीम तेंदुए के साथ आमने-सामने आ गई। हालांकि हम बुधवार को इसका पता नहीं लगा सके।

अभी भी इमारत में है तेंदुआ

बुधवार को गौतम बुद्ध नगर की चार टीमों के साथ-साथ आगरा, मेरठ और गाजियाबाद की तीन टीमों ने इमारत के बेसमेंट में तलाशी अभियान को तेज कर दिया है। जहां तेंदुए को आखिरी बार देखा गया था। आशंका है कि तेंदुआ अभी इमारत में ही है।

और पढ़िए –Ludhiana News : सीएम मान ने दिए 4 हजार टीचरों को जॉइनिंग लेटर, 6 हजार टीचरों की भर्ती जल्द

बेसमेंट को किया सील, लगाए ट्रैपिंग गेज

अधिकारियों के अनुसार बेसमेंट से सात निकास द्वार हैं। इन सभी को बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि चार ट्रैप पिंजरे हैं, दो रात के लिए लगाए गए हैं। बाकी दो को बेसमेंट के गेट पर लगाया गया है। उन्होंने बताया कि आगरा की टीम अभी हमारे साथ है। जबकि मेरठ और गाजियाबाद की टीमें लौट गई हैं। टीम ने बेसमेंट के प्रवेश द्वार के चारों ओर ट्रैप केज लगाए हैं। अधिकारी रातभर इनकी निगरानी कर रहे हैं।

1500 परिवार रहते हैं 11 टावरों में

बता दें कि अजनारा ली गार्डन सोसाइटी में 17 टावर हैं, जिनमें से 11 टावरों में करीब 1,500 परिवार रहते हैं। शेष टावर निर्माणाधीन हैं। बैरिकेडिंग करके इस साइट को बंद कर दिया गया है। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि निर्माणाधीन क्षेत्र में अधिकांश खुली जगह है। जहां तेंदुए को देखा गया है

और पढ़िए –देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें

First published on: Jan 05, 2023 05:50 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें