नोएडा. ग्रेटर नोएडा को और स्वच्छ बनाने की दिशा में प्राधिकरण ने एक खास पहल की है। जन स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों को वॉकी-टॉकी दिया जा रहा है। ये वॉकी-टॉकी सीईओ व एसीईओ के पास भी होंगे। ये वॉकी-टॉकी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण आ चुके हैं। इससे गंदगी को लेकर आने वाली शिकायतों को शीघ्र निस्तारित करने में मदद मिलेगी।
गौतमबुद्ध नगर के तीनों प्राधिकरण नोएडा विकास प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण और यमुना विकास प्राधिकरण मिलकर जिले को सबसे स्वच्छ शहर बनाने में जुटे हैं। इसके लिए प्राधिकरण लगातार अभियान चला रहा है शहर में फैली गंदगी को साफ करने के लिए तीनों प्राधिकरण के सीईओ ने अपनी ताकत झोंक दी है। शहर के सभी इलाकों में चाहे रूरल हो या शहरी क्षेत्र सभी में कूड़े को उठाने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। वहीं लोगों से अपील भी की जा रही है कि वह इस मिशन में प्राधिकरण का साथ दें।
ग्रेनो प्राधिकरण की टीम
प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम ने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कुल 60 वॉकी-टॉकी मंगवाए हैं। ये वॉकी-टॉकी सीईओ, एसीईओ, ओएसडी, वरिष्ठ प्रबंधक, प्रबंधक, व सुपरवाइजरों को दिए जा रहे हैं।
जल्द दी जाएगी ट्रेनिंग
इनका प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करने के लिए एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। लोगों से मिलने वाली कूड़े की शिकायतों पर सभी अधिकारी और सफाई कर्मचारी और सुपरवाइजर कनेक्ट रहेंगे यदि कोई भी शिकायत किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मिलती है या किसी भी माध्यम से जानकारी मिलती है तो उसका तुरंत निस्तारण किया जाएगा।
वॉकी टॉकी के साथ ऐसे काम करेगी टीम
वॉकी-टॉकी से गंदगी से जुड़ी शिकायत मिलने पर सफाईकर्मियों तक शीघ्र मैसेज पहुंचाना आसान हो जाएगा। सुपरवाइजरों को सीधे तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए जा सकेंगे। वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में होने के कारण इन शिकायतों का शीघ्र निस्तारण भी हो सकेगा।