After Mahakumbh Stampede Hotel Are Empty (दीपक दुबे प्रयागराज): महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ के बाद बुकिंग घटने से होटल मालिकों में चिंता बढ़ गई है। प्रयागराज के महाकुंभ में अब तक 34.97 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया है और अगर बसंत पंचमी की बात की जाए तो श्रद्धालुओं की संख्या में कमी देखी गई है। जहां एक दिन में बसंत पंचमी के दिन शाम तक 2.33 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई है, वहां न सिर्फ देश से बल्कि अलग-अलग देशों के श्रद्धालुओं ने भी गंगा में डुबकी लगाई, लेकिन मौनी अमावस्या के दौरान हुई भगदड़ के बाद भीड़ में काफी कमी देखी जा रही है।
लोगों में डर की वजह से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अपने महाकुंभ आने का प्लान या तो कैंसल किया या फिर कुछ समय बाद आने का विचार बनाया है। ऐसे में यहां के होटलों में जिस तरह की बुकिंग शुरुआत के दिनों में देखने के लिए मिल रही थी, उसमें भारी संख्या में कमी आई है।
होटल की बुकिंग में आई गिरावट
प्रयागराज के होटल प्राइड इन के मालिक और व्यापार मंडल अध्यक्ष नीरज जायसवाल ने News 24 से बातचीत में बताया कि मौनी अमावस्या की वजह से लोगों में डर का माहौल साफ देखा गया। जहां कइयों ने बुकिंग कैंसल की या बाद में आने की बात कही, जिसकी वजह से 50% होटल की बुकिंग में गिरावट देखी जा रही है। हालांकि, इन्होंने कहा कि आने वाले समय में इच्छुक श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान के लिए जरूर आएंगे, तो ऐसी अवस्था में बिजनेस में सुधार होने की उम्मीद है।
वहीं, एक दूसरे सिटी होटल के मैनेजर राम बाबू ने News24 से बातचीत में कहा कि बहुत लोगों ने बुकिंग की थी, भगदड़ की घटना के बाद लोगों ने बुकिंग कैंसल की डर की वजह से और जो आना भी चाह रहे थे, जाम, डायवर्शन में बुरी तरह से फंसने के बाद वह महाकुंभ तक आ ही नहीं पाए। जिसकी वजह से होटल खाली हो गए और जो आना चाहते थे, वह आए नहीं।
श्रद्धालुओं की आने की उम्मीद
ऐसे में होटल मालिकों को उम्मीद है कि आने वाले समय में हालात बेहतर होते ही श्रद्धालु एक बार फिर से मन बनाएंगे कि महाकुंभ आए। कई श्रद्धालुओं ने आश्वस्त किया है कि वह आएंगे। गौरतलब है कि जब महाकुंभ मेले की शुरुआत हुई थी, तो होटलों की बुकिंग बड़ी संख्या में हुई थी। लोगों को बुकिंग नहीं मिल रही थी, लेकिन एक घटना की वजह से होटल अब खाली पड़े हैं।
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