Noida News: यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह को सेवा विस्तार नहीं दिया गया है। उनकी जगह आईएएस राकेश सिंह को यमुना प्राधिकरण का नया सीईओ नियुक्त किया गया है। राकेश सिंह वर्तमान में मुख्यमंत्री के सचिव के रूप में तैनात थे। बताया जा रहा है कि इसके अतिरिक्त वो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के भी सीईओ होंगे। राकेश सिंह पूर्व में भी यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में तैनात रह चुके हैं।
2020 से मिल रहा था सेवा विस्तार
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह को जून 2020 में प्रदेश सरकार से पहली बार सेवा विस्तार मिला था। इसके बाद से लगातार उन्हें 7 बार सेवा विस्तार दिया गया। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री योगी के चहेतों अधिकारियों में अरुणवीर सिंह भी शामिल थे। इसी वजह से उन्हें बार-बार सेवा विस्तार मिल रहा है। इस बार भी उनके सेवा विस्तार की चर्चा चल रही थी, लेकिन नए सीईओ की नियुक्ति से इस पर विराम लग गया है।
नए सीईओ राकेश सिंह जल्द संभालेंगे कार्यभार
IAS राकेश सिंह द्वितीय को जल्द ही यमुना प्राधिकरण में सीईओ का कार्यभार संभालेंगे। आईएएस अधिकारी के रूप में उनकी नियुक्ति हुई। आईएएस बनने के बाद गौतमबुद्धनगर में अतिरिक्त सीईओ यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी के पद पर पहली पोस्टिंग मिली। राकेश सिंह के सामने नोएडा इंटरनेशन एयरपोर्ट के उद्धाटन और फिल्म सिटी के शिलान्यास की बड़ी जिम्मेदारी होगी। सूत्रों से पता चला है कि यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने नए सीईओ के स्वागत की तैयारी भी शुरू कर दी है।
इन जगहों पर रही तैनाती
IAS राकेश सिंह द्वितीय हापुड-पिलखुआ, गाजियाबाद और मुरादाबाद विकास प्राधिकरणों में वीसी के पद पर तैनात रह चुके हैं। मुरादाबाद एवं गाजियाबाद में वह कलेक्टर एवं डीएम के पर पर भी तैनात रह चुके है। मुरादाबाद नगरायुक्त सहित उत्तर प्रदेश गन्ना संस्थान एवं चीनी मिल में एमडी भी रह चुके हैं। 2008 बैच के आईएएस राकेश कुमार सिंह को मुख्यमंत्री योगी का खास माना जाता है। उन्होंने सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय के रूप में नीतिगत फैसलों में अहम भूमिका निभाई है।
जानिए कौन हैं राकेश सिंह?
आईएएस अधिकारी राकेश कुमार सिंह द्वितीय बेहद ईमान अफसर माने जाते हैं। उनका जन्म 22 सितंबर 1965 को बहराइच, अयोध्या शहर में हुआ था। उन्हें क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना पसंद हैं। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से राजनीति, मध्यकालीन इतिहास और दर्शनशास्त्र में बीए किया और उसी विश्वविद्यालय से राजनीति में एमए किया। उसके बाद उन्होंने वर्ष 2004 में राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान फरीदाबाद (एमडी यूनिवर्सिटी रोहतक) से वित्त में एमबीए किया। 2 जून 2016 को आईएएस अधिकारी के रूप में उनकी नियुक्ति हुई। आईएएस बनने के बाद गौतमबुद्ध नगर में एडीडीएल सीईओ यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी के पद पर पहली पोस्टिंग मिली।