यूपी के हाथरस में मानव तस्कर अलग-अलग राज्यों में बच्चों को टारगेट करके तस्करी करते थे। पुलिस ने मानव तस्करी के मामले में दो महिलाओं और दो पुरुषों को गिरफ्तार किया है। महिलाएं अलग-अलग जगह पर जाकर किराए के मकान में रहकर महिलाओं से दोस्ती करके उनके बच्चों को उठाकर तस्करी करती थीं।
कब का है मामला?
दरअसल, 9 मई को हाथरस से बच्चे का अपहरण कर आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में तस्करी करने पहुंचे थे। एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा की टीम ने 500 के आसपास सीसीटीवी कैमरों की मदद से मानव तस्करों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने किया मामले का खुलासा
एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने चारों मानव तस्करों का खुलासा कर जेल भेजा है। कोतवाली सदर क्षेत्र के लाला का नगला से 4 वर्षीय मासूम बच्चे का अपहरण करके मानव तस्करी कर रहे थे। दरअसल, यह मामला 9 मई का है, जब कोतवाली नगर थाने में 4 साल के कविश की गुमशुदगी की सूचना दर्ज हुई। पुलिस की 4 टीमें बच्चे की खोजबीन में जुट गई। पुलिस ने करीब 500 सीसीटीवी कैमरों की जांच की। सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद आरोपियों को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से पकड़ा गया।
परिजनों ने जताया पुलिस का आभार
बच्चे की सकुशल बरामदगी के बाद परिवार काफी खुश दिखे। परिवार के लोगों ने पुलिस टीम का काफी आभार जताया।
अब तक 8 बच्चों का किडनैप किया गया
एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गिरोह नवजात से लेकर 3-4 साल के बच्चों को चुराता है। इस गिरोह में लगभग एक दर्जन सदस्य शामिल हैं। ये पहले टारगेट देखते हैं और परिवार के आस-पास किराए का मकान लेते हैं। फिर दोस्ती कर बच्चे की तस्वीर अपने गिरोह के साथियों को भेजते हैं। डील फाइनल होने पर बच्चे को मौका देखकर बहला-फुसलाकर ले जाते हैं।
ये भी पढ़ें- Kanpur News: अनुष्का तिवारी पर एक और खुलासा, इंजीनियर की पत्नी का बड़ा दावा