Gobar Tax in Kanpur: उत्तर प्रदेश के कानपुर से गाय-भैंसों के गोबरों के संचालकों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। कानपुर की नगर निगम अब शहर के गोबरों के संचालकों से भी टैक्स वसूलेगी। गोबर संचालकों के साथ हुई कानपुर महापौर प्रमिला पांडे की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। शहर में गोबरों के संचालकों द्वारा फैलाई जा रही गंदगी को रोकने के लिए नगर निगम ने ये फैसला लिया है।
शहर को गंदा कर रहे हैं गोबर
नगर निगम की इस बैठक में शहर के VIP इलाकों और समीपवर्ती वाले ग्रामीण क्षेत्र में गाय-भैंसों के गोबर की वजह से फैल रही गंदगी के मुद्दो को उठाया गया। बता दें कि कानपुर के इन्हीं इलाको से शहर के लोगों को दूध सप्लाई किया जाता है। इस वजह से इन इलाकों में गोबर से गंदगी काफी ज्यादा फैली हुई है। गोबर से होने वाली इस गंदगी को रोकने के लिए नगर निगम काफी समय से अभियान चला रहा है, लेकिन उसका कुछ खास फायदा नहीं हुआ। अक्सर गोबर संचालक नगर निगम की नालियों, सीवर लाइनों में गोबर बहा देते हैं जिससे नालियां जाम हो जाती है। इसके अलावा संचालक गोबर को इधर- उधर कहीं भी फेंक देते हैं। संचालकों की इस लापरवाही का नुकसान पूरे शहर को भुगतना पड़ता है।
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कितना होगा गोबर टैक्स
नगर निगम की इस बैठक में महापौर प्रमिला पांडे ने निगम के जोनल अधिकारियों को गोबर संचालकों के एकत्रित गोबर का ब्यौरा तैयार करने का निर्देश दिया है। बैठक में गोबर टैक्स का भी निर्धारण भी किया गया, जिसके अनुसार गोबर संचालकों से 100 क्विंटल पर 1200 रुपये टैक्स वसूला जाएगा।
गोबर संचालकों को चेतावनी
बता दें कि शहर में संचालित सभी गोबरों को सिलेक्ट करके उन पर गोबर टैक्स लगाने की कार्रवाई शुरू भी कर दी गई है। इसके साथ ही गोबर संचालकों को सख्त शब्दों में चेतावनी दी गई है कि यह व्यवस्था 6 महीने के लिए लागू की जा रही है। अगर इस दौरान किसी भी संचालक के ठीकाने के आसपास गोबर मिला या फिर उन्हें सीवर लाइनों में गोबर बहते हुए देखा गया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।