दुनिया भर में ऐसे कई हथियार हैं जो अपने आप को दूसरों से कुछ अलग बनाते हैं. कई बार हम उन्हें देखने के लिए भारत से बाहर के म्यूजियम में भी जाते हैं, लेकिन हम जिसकी बात कर रहे हैं उसको देखने के लिए आपको कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी. दरअसल हम दुनिया के सबसे बड़े चाकू के बारे में बात कर रहे हैं. जी हां दुनिया का सबसे बड़ा चाकू वो भी उत्तर प्रदेश के शहर में रखा है. इस शहर को City of Knives कहा जाता है. चलिए बताते हैं कि यूपी के किस शहर में रखा है दुनिया का सबसे बड़ा चाकू…
कहां मिलता है दुनिया का सबसे बड़ा चाकू?
उत्तर प्रदेश भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है. यूपी हमेशा से अपनी समृद्ध और अनूठी परंपराओं के लिए जाना जाता रहा है. प्रदेश में हर साल बड़ी संख्या में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करता है. इसके 75 जिलों में से एक जिला चाकू नगरी के नाम से भी जाना जाता है. इस खबर में आज हम जानेंगे कि आखिर यूपी का कौन सा शहर ‘चाकुओं का शहर’ कहलाता है.
उत्तर प्रदेश में ‘चाकुओं का शहर’ रामपुर को कहा जाता है. रामपुर सदियों से अपने प्रसिद्ध रामपुरी चाकू के लिए जाना जाता है. यहां पारंपरिक चाकू 18वीं शताब्दी से बनाए जा रहे हैं और अपनी बेहतरीन कारीगरी के लिए ये शहर लोगों के बीच काफी चर्चित है.

दुनिया भर में निर्यात होते हैं ये चाकू
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के रामपुर से चाकू सिर्फ अपने देश में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में निर्यात किए जाते हैं. यहां के बने चाकुओं का इतिहास 100 साल से भी ज्यादा पुराना है. बताते चलें कि रामपुर कके चाकुओं की एक खासियत है कि ये एक बटन से खुलते हैं और बंद होते हैं.
उत्तर प्रदेश में रामपुर चाकू 18वीं शताब्दी से बनाए जा रहे हैं और यह शाही संरक्षण का प्रतीक भी माने जाते हैं. यहां के बने चाकुओं में सुंदरता भी दिखाई देती है क्योंकि इन पर नक्काशी भी बनाई जाती है. जो इन्हें अन्य चाकुओं से अलग दिखाती है. इन चाकुओं की ब्लेड की लंबाई 9 से 12 इंच तक होती है. रामपुर में इन चाकुओं को बनाने की परंपरा 100 साल से चली आ रही है. रामपुर के अलावा भी ये चाकू आपको उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में मिल जाएंगे.
दुनिया का सबसे बड़ा चाकू है रामपुर में
आपको बता दें कि दुनिया का सबसे बड़ा चाकू भी रामपुर में ही है. इस चाकू की लंबाई 6.10 मीटर है. यह जिला अपने बेस्ट क्वालिटी के चाकुओं के लिए जाना जाता है. इस चाकू की कीमत 52 लाख रुपये से भी अधिक है. इस चाकू को शहर के बीचों बीच चौराहे पर लगाया है जिससे यहां आने वाले पर्यटक इसे आसानी से देख सकें. इन चाकुओं को अच्छे स्टील से बनाया जाता है और इनमें हड्डी, सींग या हाथी के दात से बने हैंडल पर डिजाइन बनाए जाते हैं.
हालांकि 1990 के दशक में लंबे चाकुओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था लेकिन रामपुर के कारीगरों ने अपनी कला को बनाए रखा है.
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