Ram Mandir On Terror Radar? गुजरात ATS (Anti-Terrorism Squads) ने फरीदाबाद ATS की मदद से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार संदिग्ध का आतंकी संगठनों से कनेक्शन होने की आशंका जताई गई है। संदिग्ध के पास से 2 हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने फरीदाबाद में हैंड ग्रेनेड को डिफ्यूज करवा दिया है। जांच में राम मंदिर को टारगेट बनाने की साजिश का खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध व्यक्ति कथित तौर पर राम मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थलों की रेकी कर रहा था। गिरफ्तार किए गए संदिग्ध की पहचान अब्दुल रहमान के रूप में हुई है जो उत्तर प्रदेश का निवासी है। गुजरात ATS संदिग्ध को अपने साथ गुजरात ले गई और उससे पूछताछ की जा रही है।
आतंकी हमले का खुलासा
गुजरात और फरीदाबाद एटीएस ने गिरफ्तार संदिग्ध अब्दुल रहमान से पूछताछ के बाद राम मंदिर पर आतंकी हमले का खुलासा किया है। फरीदाबाद से पकड़े गए आतंकी की निशानदेही पर सुरक्षा एजेंसियों ने दो ग्रेनेड बरामद किए हैं, जो खंडहर में छिपाए गए थे। आईबी के साथ मिलकर सुरक्षा एजेंसियों ने रविवार को फरीदाबाद से आतंकी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया था। आतंकी के पास से रेडिकल्स मटेरियल भी बरामद हुआ है, जिससे आतंकी गतिविधियों की पुष्टि हो सकती है। गुजरात एटीएस ने आतंकी की तस्वीर भी जारी की है।
आईएसआई ने किया था ट्रेंड
जानकारी के मुताबिक, अब्दुल रहमान को राम मंदिर पर हमले के लिए आईएसआई ने ट्रेंड किया था। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की तरफ से उसे दो हैंड ग्रेनेड दिए गए थे, जिसे वह अयोध्या लेकर जाना चाहता था। उसने ये ग्रेनेड एक खंडहर में छिपाए थे। उसके पास से कई संदिग्ध वीडियो भी मिले हैं, जिसमें देश के बड़े धार्मिक स्थलों के बारे में जानकारी थी। पकड़े गए आतंकी की उम्र महज 19 साल है।
क्या करता है आरोपी अब्दुल?
आरोपी अब्दुल रहमान पेशे से गोश्त विक्रेता है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, उसे दो ग्रेनेड आईएसआई के हैंडलर ने दिए थे। भारत की सुरक्षा एजेंसी NIA और गुजरात ATS की सूचना पर यह कार्रवाई की गई। बताया जा रहा है कि कई जमातों में अब्दुल रहमान का आना-जाना था। अयोध्या के मिल्कीपुर का रहने वाला अब्दुल रहमान फरीदाबाद के पाली में शंकर के नाम से छिपकर रह रहा था। वह यहां एक ट्यूबवेल की कोठरी में रहता था, जिसके मालिक की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी। इसे गुजरात एटीएस की बड़ी कामयाबी के तौर पर देख जा रहा है।
बता दें कि गुजरात ATS और सुरक्षा एजेंसियों की सूझबूझ ने राम मंदिर पर हमले की साजिश नाकाम कर दी है। अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी से आईएसआई की बड़ी साजिश उजागर हुई, जिससे भारत में आतंकी हमले को रोकने में मदद मिली। फिलहाल, रहमान से पूछताछ जारी है और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों पर कार्रवाई की जा सकती है।