Ram Temple Consecration Ceremony: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का भव्य उद्घाटन अगले साल 22 जनवरी को होगा। श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर योगी सरकार काफी गंभीर है। बताया जा रहा है कि राम मंदिर के लिए एक नई सुरक्षा योजना लागू की जाएगी।
सीसीटीवी कैमरों से रखी जाएगी निगरानी
मिली जानकारी के मुताबिक, नई योजना के तहत बिना जांच के किसी भी व्यक्ति को राम मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। फैजाबाद रेंज के आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि मंदिर की सुरक्षा को लेकर जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे और चेकिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे।
ड्रोन के उड़ाने पर प्रतिबंध
प्रवीण कुमार के मुताबिक, अयोध्या शहर में बिना अनुमति के ड्रोन नहीं उड़ाया जा सकेगा। इसके साथ ही, 22 और 23 जनवरी को भारी वाहनों के शहर में घुसने पर भी पाबंदी रहेगी। उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ, पीएसी, यूपीएसएसएफ और सिविल पुलिस के जवान सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
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AI की भी ली जाएगी मदद
आईजी ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए खुफिया विभाग सक्रिय रहेगा। इसके अलावा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की भी मदद ली जाएगी। उद्घाटन के समय 37 सरकारी और गैर-सरकारी जमीन पर पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।
इन तीन जगहों पर रुकेंगे साधु-संत
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने उद्घाटन समारोह में आने वाले साधु-संतों के ठहरने के लिए तीन स्थानों का चयन किया है। इसमें बाग बिजेसी, कारसेवकपुरम, प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र शामिल है।
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बाग बिजेसी में बने टेंट सिटी में 15 हजार, कारसेवकपुरम में एक हजार और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में 850 मेहमानों के ठहरने के व्यवस्था की गई है। राम मंदिर के उद्घाटन समारोह के लिए लगभग चार हजार साधु-संतों को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही, छह दर्शन, 13 अखाड़ों और 125 परंपराओं के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया है।