Rajasthan: राज्य सरकार आमजन के कल्याण हेतु विभिन्न जनकल्याणकरी योजनाओ संचालित कर रही है, उन्ही मे से एक है मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना। यह योजना प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए किसी उजाले की किरण से कम नहीं है। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण कई प्रतिभावान युवा अपने सपनों को साकार करने से वंचित रह जाते हैं। इस तरह के विद्यार्थियों के लिए राज्य सरकार की मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना किसी संजीवनी से कम नहीं है।
डॉक्टर बनने का सपना हो सकेगा पूरा
बूंदी जिले के तालेड़ा उपखंड के देलूंदा गांव निवासी छात्र मोहम्मद शफीक पुत्र मोहम्मद रफीक पढ़ाई करके डॉक्टर बनना चाहता है। शफीक ने अपने डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करने के लिए बेहद मेहनत की और दसवीं में 92.5 प्रतिशत हासिल करें लेकिन एक रोड एक्सीडेंट में पिताजी की मृत्यु होने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
खेती से अपनी आजीविका चलाने वाले परिवार से ताल्लुक रखने वाले शफीक के लिए नीट की तैयारी के लिए कोटा जाकर महंगी कोचिंग कर पाना किसी भी तरह संभव नही था। ऐसे में शफीक को अल्पसंख्यक मामलात विभाग की मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के बारे में जानकारी मिली और योजना में आवेदन के बाद शफीक अगस्त 2021 से कोटा के प्रतिष्ठित इंस्टिट्यूट में निशुल्क अध्ययन की सुविधा प्राप्त कर रहा है।
योजना से संवरेगा भविष्य
शफीक की माता कहती है कि राज्य सरकार की यह योजना उन बच्चों के लिए एक उम्मीद है जो होनहार होने के बावजूद आर्थिक तंगी के कारण प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग नहीं कर पाते है। राज्य सरकार की इस योजना से ऐसे विद्यार्थियों का भविष्य संवर जाएगा।