केजे श्रीवत्सन, जयपुर
राजस्थान के कई इलाकों में धड़ल्ले से हो रहे अवैध बजरी खनन को लेकर बुधवार को विधानसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ। स्थगन प्रस्ताव के दौरान लगाए गए आरोपों पर सरकार द्वारा जवाब नहीं दिए जाने से नाराज कांग्रेस विधायकों ने सदन का बॉयकॉट कर दिया।
विपक्ष बिना वजह करना है हंगाम, सदन की कार्यवाही बाधित करना है मकसद
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि विपक्ष इन मुद्दों को बिना सबूत के विधानसभा में उठाता है। विपक्ष के पास हंगामा करने के अलावा कोई और काम नहीं है। विपक्ष को यह समझना होगा कि जब वे सत्ता में थे तो उनके राज में किस तरह से अवैध बजरी खनन होता था ऐसे में जिनके घरों के शीशे लगे होते हैं वह दूसरों के घर पर पत्थर नहीं मारा करते।
राजस्थान पुलिस से कुछ नहीं हो रहा तो ले सकती है सेना की मदद
बता दें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने स्थगन प्रस्ताव के दौरान अवैध बजरी खनन का मुद्दा उठाया। इस दौरान जुली ने आरोप लगाया कि सरकार ने अपने माथे पर इतना बड़ा कलंक लगाया है कि हाई कोर्ट को टिप्पणी करनी पड़ी की आप सीबीआई का सहयोग नहीं कर रहे है। यदि आपसे अवैध बजरी खनन की जांच में सहयोग नहीं हो रहा है तो दूसरे राज्यों की पुलिस या सीआरपी की सहायता ले लेनी चाहिए।
जूली के आरोपों पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने विधानसभा में जताया ऐतराज
जूली के आरोपों पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने विधानसभा में खड़े होकर ऐतराज जताया। इस दौरान सदन में हंगामा हो गया। सत्ता पक्ष के शोरगुल के बीच में ही टीकाराम जूली ने कहा कि यह सब हाई कोर्ट की टिप्पणी है हम अपनी मर्जी से नहीं कह रहे हैं। इसी सरकार के कैबिनेट मंत्री आरोप लगा रहे हैं कि रोजाना एक करोड़ की बजरी चोरी हो रही है। जबकि सरकार के ही एक दूसरे मंत्री अवैध खनन में छूट देने के लिए आरोप लगा रहे है। सत्ता पक्ष के ही 20 से भी अधिक विधायक इस सदन में अवैध खनन की आवाज उठा रहे चुके है।