Rajasthan Politics: बीजेपी 2024 लोकसभा और 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सगंठन को मजबूती देने में जुटी है। इसी कड़ी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की नई कार्यकारिणी का ऐलान जल्द हो सकता है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनावी राज्यों से अधिक से अधिक चेहरों को केंद्रीय संगठन में काम करने का मौका मिलेगा। इसके अलावा मोदी कैबिनेट का विस्तार भी विधानसभा चुनावों की घोषणा से पहले हो सकता है।
इन चेहरों की सबसे ज्यादा चर्चा
नड्डा की नई टीम में राजस्थान के भी कुछ नेताओं को प्राथमिकता मिल सकती है। फिलहाल प्रदेश से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और अल्का गुर्जर राष्ट्रीय सचिव हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय प्रवक्ता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ हैं। जबकि राष्ट्रीय महामंत्री और उड़ीसा, तेलंगाना, बंगाल के प्रभारी सुनिल बंसल भी राजस्थान से ही आते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि विधानसभा चुनावों से पहले होने वाले इन 2 महत्वपूर्ण बदलावों में प्रदेश से अधिक चेहरों को मौका मिल सकता हैं। क्योंकि प्रदेश की 25 में से 24 सीटों पर भाजपा सांसद हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले होने वाले आखिरी केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में कई नए चेहरों को मौका मिल सकता हैं। जिसमें डाॅ. किरोड़ीलाल मीणा, डूंगरपुर सांसद कनकमल कटारा, राजसमंद सांसद दीया कुमारी, भरतपुर सांसद रंजीता कोली, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत समेत कई चेहरे शामिल हैं।
बदलाव में जातीय समीकरणों का रखा जाएगा ध्यान
माना जा रहा है कि इन बदलावों में जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों का भी ध्यान रखा जाएगा। प्रदेश के कुछ मंत्रियों की केंद्रीय कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है। सूत्रों की मानें तो संजीवनी घोटाले में गजेंद्र सिंह शेखावत की भूमिका पर गहलोत के बार-बार जिक्र करने के कारण आलाकमान असहज है। इसके अलावा कुछ नॉन परफॉर्मिंग मंत्रियों की भी छुट्टी हो सकती हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल से ड्रॉप होने वाले चेहरों को संगठन में नई जिम्मेदारी दी जा सकती है।