Rajasthan News: राजस्थान में इन दिनों बैठकों के दौरान कांग्रेस नेताओं के बीच तू-तू, मैं-मैं की खबरें अक्सर चर्चा का विषय बनी रहती है। चुनावी रणनीति तय करने के लिए हुई बैठक में सह प्रभारी सचिव अमृता धवन के सामने कांग्रेस नेता विद्याधर चौधरी और मंत्री राजेंद्र यादव ने एक दूसरे को नसीहत दे डाली।
जयपुर ग्रामीण की इस बैठक में कांग्रेस को हरवाने वाले नेताओं को ज्यादा तवज्जो मिलने को लेकर चौधरी ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ऐसे भी लोग हैं, जो पार्टी को हराने वालों के थप्पी लगाते हैं कि बादशाह लगा रहे। मैं ऐसे लोगों को एक्सपोज करूंगा।
2 घंटे की देरी से पहुंचे मंत्री राजेंद्र यादव
बैठक में 2 घंटे की देरी से पहुंचे मंत्री राजेंद्र यादव को लेकर कई नेताओं ने सवाल खड़े किए। इसके बाद जब बैठक शुरू हुई तो कांग्रेस को हरवाने वाले नेताओं को ज्यादा तवज्जो मिलने के मुद्दे पर मंत्री और चौधरी में बहस छिड़ गई। चौधरी ने कहा कि पार्टी को हरवाने वाले नेताओं को थप्पी लगाने वालो को मैं एक्सपोज करूंगा, मेरा उद्देश्य यही है। बाकी हार-जीत चलती रहती है। मुझे हारने जीतने की परवाह नहीं है।
मंत्री बोले- आप बड़े परिवार से हो, सबको साथ लेकर चलिए
चौधरी ने आगे कहा कि न मेरे को एमएलए बनने का शौक है। ऐसा नहीं है कि एमएलए बनो, तभी मेरी ऊपर जाकर मोक्ष होगी। मुझे पार्टी प्लेटफार्म पर ऊपर वाला भी पूछेगा तो मैं कहूंगा। इसका अधिकार कोई छीन नहीं सकता। हमारे जीते हुए प्रतिनिधियोें को बुलाकर पूछा जाए कि बताओ कांग्रेस क्यों हारती है? इस पर मंत्री यादव ने कहा कि आप बड़े परिवार से हो, आप बड़ा मन रखकर सबको साथ लेकर चलिए।
मंत्री की नसीहत पर चौधरी ने उठाए सवाल
मंत्री की इसी नसीहत पर चौधरी बिफर गए। उन्होंने कहा कि मंत्री यादव कांग्रेस को हरवाने वाले लोगों की जगह मुझे ही ज्ञान बांट रहे थे। मुझे कहा कि आप बड़े हो और बड़ा मन करके ऐसे लोगों को साथ लेकर चलो, मतलब जिन्होंने मुझे हराया मैं उन्हें साथ लूं।
पार्टी उम्मीदवार को हरवाने वालों को नसीहत देने की जगह मुझे ही ज्ञान बांटने का क्या मतलब? मंत्री को तो यह कहना चाहिए था कि कांग्रेस को हराने वालों को तो बाहर कीजिए।