Rajasthan News: जेडीए के लिपिक की गलती की वजह से नायला पत्रकार योजना के 571 प्लाट्स का आवंटन उलझ गया है। ऐसे में इस योजना से जुड़े पत्रकारों ने जेडीसी डॉ. जोगाराम से मुलाकात की और गलती का शीघ्र सुधार कर आवंटित प्लॉटों के पट्टे जारी करने की मांग की। आवंटियों ने जोगाराम को लिपिक की गलती के प्रमाण भी दिए।
डॉ. जोगाराम ने भी जताया आश्चर्य
चलो नायला संगठन के आह्वान पर बुधवार दोपहर 3 बजे दर्जनों आवंटी अचानक जेडीए में जेडीसी कार्यालय के बाहर जमा हो गए। एक साथ दर्जनों मुलाकात की पर्चियां पहुंचने से सभी सकते में आ गए। जेडीसी डॉ. जोगाराम ने सभी को अपने कक्ष में बुलाकर उनकी पीड़ा सुनी। उन्होंने आश्चर्य भी जताया कि अभी तक पत्रकारों के प्लॉटों का काम कैसे नहीं हुआ।
लिपिक की गलती से परेशान 571 पत्रकार
आवंटियों ने उन्हें जेडीए की ही तथ्यात्मक रिपोर्ट सौंपकर कहा कि जब जेडीए ही मान चुका है कि ब्रोशर के प्रकाशन में लिपिकीय गलती हुई है और राज्य सरकार के आदेश की अवहेलना कर अधिस्वीकरण का बिंदु जोड़ा गया है, इसलिए इस त्रुटि को सुधारा क्यों नहीं जा रहा। लिपिक की गलती का खामियाजा 571 पत्रकारों को भुगतना पड़ रहा है।
जल्द करें प्लाटंस का आवंटन
आवंटियों ने अलग अलग पत्र देकर मांग की कि प्रमाणित हो चुकी लिपिकीय गलती को तुरंत सुधारें और आवंटित प्लॉट के पट्टे जारी करें। लिपिक की गलती के कारण 10 साल से सब परेशान हैं। आवंटियों ने 10 अक्टूबर और 12 अप्रेल को भी जेडीए को पत्र दिया था, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं दिया गया। प्रकरण के निस्तारण के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय से भी जेडीए को निर्देश मिले हैं। इस निर्देश के बाद कार्यवाही भी हुई और लिपिकीय त्रुटि को मान भी लिया है, लेकिन इसे दूर नहीं किया जा सका है।
डॉ. जोगाराम ने बताया कि हाल ही उन्होंने जेडीए का कार्यभार संभाला है। पूरे प्रकरण का अध्ययन कर आवंटियों को बुलाएंगे और गलती हुई है तो सुधार भी करेंगे। जल्द ही इस मामले का निराकरण किया जाएगा।
(Diazepam)