राजस्थान के जहाजपुर इलाके में मॉब-लिंचिंग के मामले ने अब तनाव का रूप ले लिया है। जहाजपुर में हिंदू संगठनों का उग्र विरोध जारी है। पुलिस प्रशासन ने इसे देखते हुए इलाके में ताजिए निकालने पर भी रोक लगा दी है। दरअसल शुक्रवार को जहाजपुर में ठेले से कार टकराने के बाद भड़की भीड़ ने टोंक निवासी 23 वर्षीय सीताराम की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से क्षेत्र में तनाव बना हुआ है।
जहाजपुर कस्बा छावनी में तब्दील
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के अतिसंवेदनशील कस्बे जहाजपुर में शुक्रवार शाम मामूली सड़क हादसा एक बड़े सांप्रदायिक तनाव में बदल गया। आलू-प्याज के ठेले से एक कार टकरा गई। इसके बाद कार सवार चार लोगों को भीड़ ने घेर लिया। इस बीच भीड़ ने कार सवार एक 23 वर्षीय सीताराम की पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृतक सीताराम टोंक का रहने वाला था। जिसके बाद माहौल ऐसा बन गया कि अब जहाजपुर कस्बा छावनी में तब्दील है। धार्मिक संगठनों का उग्र विरोध जारी है और पुलिस प्रशासन सवालों के घेरे में है। बताया जाता है कि जहां रोजमर्रा की चहल-पहल होती थी। वहीं अब सन्नाटा और पुलिस का पहरा है। यहां के भंवर कारा गेट के पास शुक्रवार शाम कार और ठेले की मामूली टक्कर ने जानलेवा मोड़ ले लिया।
मृतका की मां ने सरकार से की 4 मांग
उधर, पीड़ित परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। वारदात के बाद परिजन स्थानीय मोर्चरी के बाहर बैठ गए हैं और सीताराम के शव की पोस्टमार्टम की अनुमति नहीं दे रहे हैं। मृतक सीताराम की मां सुशीला देवी का कहना है कि उनके घर पर सीताराम ही कमाने वाला था वह विकलांग भी है। ऐसे में अब उनके और उनके परिवार का क्या होगा! उन्होंने अपने बेटे की हत्या करने वाले को फांसी की सजा देने की भी मांग की है। परिवार की ओर से चार बड़ी मांगे सरकार के सामने रखी गई है। जिसमें दोषियों को सख्त सजा, परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी, एक करोड़ रुपये के मुआवजा की मांग शामिल है।
यह सुनियोजित हत्या
विश्व हिंदू परिषद विभाग मंत्री विजय ओझा का कहना है कि यह सुनियोजित हत्या है। जब तक सभी आरोपी नहीं पकड़े जाते, भीलवाड़ा ज़िले से मोहर्रम के ताज़िए नहीं निकलने देंगे। उधर, जहाजपुर वैसे भी सांप्रदायिक दृष्टि से तनाव वाला क्षेत्र रहा है। जहाजपुर का जलझूलनी उत्सव भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित है ऊपर से अब मोहर्रम से पहले ताजिए निकालने पर भी प्रसाशन ने रोक लगा दी है। यानी यहां पर पहले भी कई ऐसी घटनाएं हो चुकी है जिसने प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी थी।
कस्बे में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
फिलहाल तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल और दंगा-निरोधी वाहन पूरे कस्बे में तैनात कर दिए गए हैं। कस्बे के संवेदनशील इलाकों में फ्लैग-मार्च, ड्रोन-निगरानी की जा रही है। बहरहाल, बीच बाजार में भीड़-हिंसा से एक और परिवार उजड़ गया। इस संबंध में एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव का कहना है कि कार का संतुलन बिगड़ कर ठेले से टकराया। तभी स्थानीय लोग इकट्ठा हुए और मारपीट में युवक की मौत हो गई। कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।