अजमेर से संदीप टाक की रिपोर्ट: अजमेर (Ajmer) सहित प्रदेश की विभिन्न जेलों (Prison) के प्रहरियों (Guard) ने वेतन विसंगति सहित विभिन्न मांगों को लेकर अन्न त्याग (Food Sacrifice) करते हुए शुक्रवार से मेस (Mais) का बहिष्कार कर दिया हैं। जेल प्रहरियों का यह बहिष्कार दूसरे दिन भी जारी रहा। वही अजमेर सेंट्रल जेल (Ajmer Central Jail) में हड़ताल (Strike) पर बैठी तीन महिला जेल प्रहरियों की तबीयत बिगड़ गई। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया हैं । प्रहरियों ने मांग की है कि इस मामले में जल्द से जल्द सरकार व प्रशासन निर्णय लें, जिससे उन्हें राहत मिल सके ।
मेस का किया बहिष्कार
अजमेर सहित प्रदेश की विभिन्न जेलों के प्रहरियों ने अनिश्चित कालीन मेस बहिष्कार की घोषणा करते हुए ड्यूटी करने का ऐलान किया हैं। प्रदेश की सबसे सुरक्षित हाई सिक्योरिटी जेल में बंद हार्डकोर कैदियों के बीच अपनी ड्यूटी देने वाले जेल प्रहरियों ने अपनी वेतन विसंगति सहित 32 विभिन्न मांगों को लेकर अन्न त्याग करते हुए मेस का बहिष्कार कर रखा है। जेल प्रहरियों का कहना है कि उनकी ड्यूटी आरएसी और पुलिस से भी मुश्किल हैं और उनके समकक्ष ही उनकी ड्यूटी शुरू की गई थी और उनके वेतन में भी कोई कमी नहीं थी। लेकिन धीरे-धीरे जेल में कार्यरत जेल प्रहरी और आरएसी व पुलिस के जवानों के बीच वेतन की खाई गहरी होती गई।
2017 में किया था समझौता
जेल प्रहरियों का कहना है कि वे हार्डकोर कैदियों के बीच अपनी सेवाएं दे रहे हैं और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। इन सभी समस्याओं को लेकर वह लगातार सरकार व प्रशासन के सामने अपनी मांगों को रख रहे हैं। साल 2017 में सरकार ने उनकी विभिन्न मांगों को लेकर समझौता भी किया था, उनका कहना है कि उनकी संख्या एक जिले के पुलिस कर्मियों के बराबर ही प्रदेश भर में है लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें दरकिनार कर नुकसान पहुंचाया जा रहा है । जिसके कारण प्रदेश के सभी जिलों में अपनी ड्यूटी दे रहे जेल प्रहरी खासे नाराज हैं।
कर्मचारी महासंघ का मिला समर्थन
सभी प्रहरियों ने मांग की हैं कि इस मामले में जल्द से जल्द सरकार व प्रशासन निर्णय लें, जिससे कि उन्हें राहत मिल सके ।आपको बता दें की जेल प्रहरियों ने वर्ष 2017 में हुए समझौते को लागू करने की मांग करते हुए, 30 दिसम्बर को काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। जेल प्रहरियों की मांग नहीं मानने पर 13 जनवरी से मेस बहिष्कार की चेतावनी दी थी । इधर जेल प्रहरियों की मांग के समर्थन में राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ भी आ चुका हैं। अजमेर राज्य कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष कांतिलाल शर्मा ने बताया कि वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर जेल प्रहरियों का प्रदर्शन लगातार जारी हैं।
300 से अधिक प्रहरी हैं भूख हड़ताल पर
अजमेर जिले में 300 से अधिक जेल प्रहरी मेस का बहिष्कार कर भूख हड़ताल पर बैठे हैंए तो वही अजमेर जेल में हड़ताल पर बैठी तीन महिला जेल प्रहरियो की तबीयत बिगड़ गई। जिन्हें एंबुलेंस की मदद से अस्पताल में उपचार के लिए भेजा गया है । वही जेल अधीक्षक सुमन पालीवाल ने बताया कि जेल प्रहरियो से बात की गई है लेकिन वह अपनी मांगों पर अडिग है ओर वह अपनी मांग सरकार से मनवाकर रहेंगे ।