जालोर: राजस्थान के जालोर जिले से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। गुजरात में बहने वाली नर्मदा नदी के पानी के लिए जालोर के किसान धरने पर बैठे हैं। किसानों का रामपुरा हेड पर 6 दिनों से प्रदर्शन जारी है, लेकिन अब तक इनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है।
पांच किसान भूख हड़ताल पर
जानकारी के मुताबिक नर्मदा नहर परियोजना के तहत बनी वितरिकाओं व माइनरों में पानी की आपूर्ति नहीं होने के कारण किसान पिछले छह दिनों से होथीगांव पंचायत के रामपुरा हेड पर धरना दे रहे हैं। जिसमें पांच किसान भूख हड़ताल पर है। किसानों का आरोप है कि हमने एक सप्ताह पहले सांचौर में धरना दिया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब नहर पर धरना दे रहे है, लेकिन अभी तक पानी नहीं छोड़ा है।
रबी के सीजन में एक बार भी नहीं आया पानी
धरने पर बैठे किसानों ने बताया कि इस रामपुरा हेड से आगे होथीगांव, सिलोसन, केबरी व शिवपुरा माइनर है। जिसमें इस रबी की सीजन में पानी नहीं आया है। किसानों ने अपने खेतों में लाखों रुपए खर्च फसलों की बुवाई कर रखी है, लेकिन सिंचाई के लिए पानी नहीं है। उन्होंने बताया कि नर्मदा नहर की माइनर में पानी की आपूर्ति को लेकर पूर्व में ग्रामीणों ने पंचायतीराज चुनावों का बहिष्कार किया था, लेकिन फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया, लेकिन अभी तक सुनवाई नहीं
धरने की जानकारी पर भाजपा नेता दानाराम चौधरी भी धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने किसानों से वार्ता कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया। जिसमें उन्होंने बताया कि गुजरात से पर्याप्त मात्रा में पानी मिल रहा है, लेकिन मिस मैनेजमेंट के कारण किसानों को पानी नहीं दिया जा रहा है। नर्मदा नहर की माइनर में पानी आपूर्ति को मांग को लेकर धरना छठे दिन जारी रहा।