CBI Raid In Rajasthan: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के वित्त सलाहकार अरविंद मायाराम (Arvind Mayaram) के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी (CBI Raid) की। यह छापेमारी करीब 4 घंटे तक चली। इस छापेमारी का कारण 1688 करोड़ रुपए का घोटाला है। यह घोटाला उस समय हुआ जब मायाराम वित्त मंत्रालय के सचिव थे।
ब्लैकलिस्ट कंपनी को दिया वर्क ऑर्डर
सीबाआई के सूत्रों की माने तो मायाराम ने 10 साल पहले जिस ब्रिटिश कंपनी को एक्सटेंशन दिया था। उसे पाकिस्तान (Pakistan) के लिए नोट छापने (Currency) और घटिया क्वालिटी का माल सप्लाई करने के चलते ब्लैकलिस्ट कर दिया था। मायाराम पर आरोप है कि उन्होंने सब कुछ जानते हुए भी बिना किसी प्रोसेस के उस कंपनी को 1688 करोड़ के वर्क ऑर्डर जारी किए।
मोदी सरकार ने पलटा फैसला
वर्ष 2014 में केंद्र में एनडीए (NDA) की सरकार बनी। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने मामले की जांच की तो तत्काल कंपनी से आपूर्ति रोक दी गई। सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मायाराम के आचरण की जांच सीबीआई को सौंपी। और उनका तबादला वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) से पर्यटन मंत्रालय में कर दिया गया।
सीबीआई को सौंपी जांच
सीबीआई ने 2014 में मामले की जांच शुरू की। मामले से जुड़ी फाईलों का अध्ययन करने के बाद गड़बड़ी पाई। जिसके बाद मायाराम को नोटिस भेजे गए। और फिलहाल इसी मामले ने सीबीआई ने उनके घर पर छापेमारी की। सीबीआई के सूत्रों की माने तो मायाराम ने जिस कंपनी को वर्क ऑर्डर जारी किए उसके लिए तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम से भी परमिशन नहीं मांगी गई।
सियासी परिवार से हैं ताल्लुक
मुख्यमंत्री गहलोत के वित्त सलाहकार अरविंद मायाराम की मां कांग्रेस की बड़ी नेता रही हैं। वे स्वंय गहलोत के करीबियों में से एक हैं। यूपीए सरकार के समय वित्त मंत्री चिदंबरम के खास थे। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में अरविंद अपनी मां इंदिरा मायाराम के साथ शामिल हुए। अरविंद की मां इंदिरा मायाराम गहलोत की पहली सरकार में केबिनेट मंत्री रही थी।