Rajasthan Cricis: प्रदेश की राजनीति में रोज नए मोड़ आ रहे हैं। इसी कड़ी में देर रात सचिन पायलट दिल्ली के लौटते ही मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के घर जाना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया। दोनों के बीच करीब डेढ़ घंटे तक चर्चा हुई। इसके बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को सचिन पायलट से मिलने के बाद मुख्यमंत्री आवास पर तलब किया है।
बता दें, राजस्थान में चल रही सियासी घमासान के बीच कभी एक गुट में माने जाने वाले और अब विपरीत धुरी बन चुके प्रदेश के खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच रात को मुलाकात हुई है। और जिस तरह से कहा जा रहा है कि विधायक पायलट से दूरी बना रहे हैं और पायलट भी इस दूरी को मिटाने का प्रयास नहीं कर रहे हैं, उसी बात को गलत साबित करने के लिए सचिन पायलट कल रात मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर पहुंच गए।
वहीं प्रताप सिंह खाचरियावास और पायलट की मुलाकात के अलग-अलग सियासी मायने निकाले जा रहे है। क्योंकि सियासी संकट के दौरान खाचरियावास पायलट पर खासे हमलावर हुए थे। जैसे ही यह खबर सामने आई कि सचिन पायलट और प्रताप सिंह खाचरियावास के मुलाकात हुई है, उसके बाद मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास मुख्यमंत्री से सीएमओ में मुलाकात कर रहे हैं। आपको बता दें मंत्री खाचरियावास गहलोत गुट के माने जाते हैं।
इधर सचिन पायलट से मुलाकात के बाद मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बयान देते हुए कहा कि हम दोनों मिले हैं तो कोई भजन-कीर्तन करने तो नहीं मिले। मिले हैं तो कुछ बातें जरूरी हुई है। मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि हम विधानसभा में भी एक ही टेबल पर बैठते हैं। वे कल मेरे घर पर आ गए इसमें कोई नई बात नहीं है। पायलट आए हैं तो जाहिर सी बात है कोई भजन कीर्तन तो करेंगे नहीं। सारी बातें हुई, सब बातें हुई है वह मैं बता नहीं सकता। हां यह जरूर है कि वे लंबे वक्त बाद मेरे घर आये।
आपको बता दें पिछले रविवार को गहलोत कैंप के विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कर दिया था। कांग्रेस के दोनों पर्यवेक्षक अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे को बिना बैठक किए ही दिल्ली लौटना पड़ा था। खाचरियावास ने कहा कि हमें पायलट मंजूर नहीं है।