अमित पांडेय, चंडीगढ़: पंजाब के वित्त और टैक्सेशन मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने गुरुवार को स्टेट इंटेलिजेंस एंड प्रीवेंटिव यूनिट (एस.आई.पी.यू), और जी.एस.टी प्राइम की शुरूआत की है। यह कर वसूली और पालन के विश्लेषण एवं निगरानी करने के लिए एक विश्लेषणात्मक पोर्टल है।
3 नए SIPU स्थापित किए गए हैं
पंजाब भवन में इस सम्बन्धी हुए विशेष इवेंट को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि टैक्सेशन विभाग के मौजूदा 7 मोबाइल विंग्स अमृतसर, बठिंडा, फाजि़ल्का, शंभू (पटियाला), लुधियाना और जालंधर को अब स्टेट इंटेलिजैंस और प्रीवैनटिव इकाईयों में तबदील करने के अलावा 3 नए एस.आई.पी.यू स्थापित किए गए हैं।
पटियाला के साथ सीधे तालमेल में काम करेंगे
मंत्री ने आगे कहा कि नए स्थापित किए गए एस.आई.पी.यू में माधोपुर (पठानकोट), मोहाली और मुख्य कार्यालय, पटियाला में केंद्रीय यूनिट शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय यूनिट और एस.आई.पी.यू टैक्स इंटेलिजैंस यूनिट, पटियाला के साथ सीधे तालमेल में काम करेंगे।
टैक्स चोरी करने वालों की पहचान
जी.एस.टी प्राइम की मुख्य विशेषताओं के बारे में खुलासा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इस पोर्टल के नतीजे के तौर पर कर अधिकारियों द्वारा बेहतर निगरानी की जा सकेगी और करदाताओं द्वारा कर पालना में भी विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली डिफॉल्टरों और टैक्स चोरी करने वालों की पहचान करने के लिए क्षेत्रीय स्तर के दफ्तरों और एन्फोर्समैंट और ख़ुफिय़ा दफ्तरों की ज़रूरतों को पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि यह पोर्टल जी.एस.टी कॉमन पोर्टल और ई-वे बिल प्रणालियों और कर प्रशासन के बीच एक पुल के तौर पर काम करता है।