चंडीगढ़: पंजाब भर में टोल प्लाजा बंद करवाने की कवायद जारी रखते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को यहां नौवे टोल प्लाजा को बंद करवाया। इस दौरान सीएम ने कहा कि सार्वजनिक हित में यह टोल प्लाजा बंद किया गया है और आने वाले दिनों में ऐसे और भी टोल प्लाजे बंद करवाए जाएंगे।
टोल प्लाजा खुली लूट करने की दुकानें थीं
समाना-पातड़ां सडक पर टोल प्लाजा बंद करवाने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि यह टोल प्लाज़े वास्तव में आम लोगों की खुली लूट करने वाली दुकानें थीं। उन्होंने कहा कि इन टोल वालों ने अपने समझौतों की सभी शर्तों को नजरअंदाज कर लोगों की अंधी लूट की। भगवंत मान ने कहा कि यह कितनी हैरानी की बात है कि सार्वजनिक हित में इन टोल प्लाज़ा कंपनियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई करने की बजाय पिछली सरकारों ने इन अनियमितताओं संबंधी अपनी आंखें बंद कर लीं।
डिफॉल्टरों की ढाल बनकर काम किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो लोगों ने सरकारों को उनके हितों की रक्षा करने के लिए चुना, परन्तु सत्ता के भूखे राजनीतिज्ञों ने अपने स्वार्थों के लिए ऐसे डिफॉल्टरों की ढाल बनकर काम किया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने इन टोल प्लाजों की मनमानियों को नजर अन्दाज किया और आम लोगों की परवाह न करते हुए ग़ैर- कानूनी ढंग से पैसा बनाने की इजाज़त दी। भगवंत मान ने कहा कि अब तक बंद हुए टोल प्लाजों में से एक पर भी समझौते के बावजूद एंबुलेंस और रिकवरी वैन का प्रबंध नहीं दिखा।
साढ़े सोलह साल के लिए लगाया गया था
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस टोल प्लाजों का समझौता 1 सितम्बर 2005 को कैप्टन सरकार के समय हुआ था और यह टोल साढ़े सोलह साल के लिए लगाया गया था। उन्होंने कहा कि कई कमीयों के कारण कंपनी पर 1.48 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया और कमीयों के कारण इस टोल को 24 जून 2013 को बंद किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ और इस सडक की दूसरी मरम्मत न करने के कारण यह टोल 16 अक्तूबर 2018 को बंद किया जा सकता था, परन्तु कोई कार्यवाही शुरू नहीं की गई थी।
टोल प्लाजों को नोटिस जारी किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि पद संभालने के बाद जब हमारी सरकार ने उल्लंघना के लिए टोल प्लाजों को नोटिस जारी किया परन्तु कंपनी अदालत में चली गई। उन्होंने कहा कि अदालत ने यह अर्जी रद्द कर दी और सरकार ने सार्वजनिक हित में इसको बंद करने का फ़ैसला किया। भगवंत मान ने कहा कि यह टोल प्लाज़ा बंद होने के कारण आम लोगों का 3.80 लाख रुपए रोज़ाना का बचेगा।
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