Punjab Paddy Production Increase: पंजाब की भगवंत मान सरकार की धान की पैदावार में की गई कोशिशे आखिरकर रंग ले ही आई है। दरअसल, कृषि विभाग द्वारा किए गए फसल कटाई प्रयोगों (CCE) के परिणाम सामने आ गए हैं। इन परिणामों के अनुसार इस सीजन में राज्य में प्रति हेक्टेयर औसत धान की पैदावार में 1.4 क्विंटल की वृद्धि दर्ज की गई है। पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी।
Punjab hits 85% of its 185 lakh-tonne paddy procurement target despite tough weather & logistical challenges!
---विज्ञापन---₹34,500 crore paid to farmers, with procurement ongoing till Nov 30.
A major boost for agriculture and a key moment for farmer-focused governance. pic.twitter.com/HBhnPcYtXg
---विज्ञापन---— AAP Punjab (@AAPPunjab) November 19, 2024
कृषि मंत्री ने दी जानकारी
कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि खरीफ सीजन 2024 के लिए कुल 2174 CCE आयोजित किए गए, जिनमें से 1863 CCE के परिणाम सामने आ गए हैं। परिणाम के मुताबिक प्रति हेक्टेयर फसल की उपज 6878 किलोग्राम है, जो खरीफ 2023 के मुताबिक 1.4 क्विंटल ज्यादा है, पिछले सीजन में ये 6740 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर था। इस आंकड़े में गैर-बासमती और बासमती दोनों प्रकार के धान शामिल हैं। फिलहाल राज्य में अब तक 97 प्रतिशत धान की कटाई पूरी हो चुकी है।
कैसी चल रही है गेहूं की बुवाई?
इस दौरान कृषि मंत्री खुड्डियां ने राज्य में चल रही गेहूं की बुवाई के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि 27 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बुवाई हो चुकी है। हालांकि राज्य सरकार की तरफ से 35 लाख हेक्टेयर की बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इससे पता चलता है कि बुवाई की प्रक्रिया अच्छी चल रही है, लक्ष्य का लगभग 77 प्रतिशत क्षेत्र पहले ही कवर हो चुका है। बाकी के क्षेत्र में इस महीने के अंत से पहले बुवाई पूरी होने की उम्मीद है।
यह भी पढ़ें: पंजाब के स्कूलों में मनाया जाएगा Bagless Day, PSEB ने जारी किया आदेश, छात्रों को सिखाई जाएंगी ये खास बातें
पंजाब सरकार की कोशिशें
कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि फिलहाल राज्य में कुल 4.20 एलएमटी डायमोनियम फॉस्फेट (DAP) और 0.55 LMP के साथ बाकी फॉस्फेटिक उर्वरक उपलब्ध हैं, जो रबी 2024-25 सीजन के लिए डीएपी के विकल्प के रूप में काम करते हैं। यह डीएपी की कुल 4.82 एलएमटी जरुरतों से ज्यादा है। इसका अर्थ है कि राज्य में जरुरी DAP और अन्य फॉस्फेटिक उर्वरकों का करीब 99 प्रतिशत उपलब्ध है। पंजाब ने आने वाले 3-4 दिनों में अतिरिक्त 10,000 मीट्रिक टन डीएपी का अनुरोध किया है और लगभग 44,000 मीट्रिक टन डीएपी वर्तमान में पारगमन में है।