पंजाब की भगवंत मान सरकार ने किसानों की एक समस्या को हल करते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार के इस फैसले से प्रदेश के किसानों की पराली वाली परेशानी दूर होगी। इससे न सिर्फ किसानों के पराली जलाने पर रोक लगेगी, बल्कि उद्योगों को भी लाभ मिलेगा। पंजाब सरकार की योजना के अनुसार अब खेत की पराली से ईंधन बनाया जाएगा, जो उद्योगों के इस्तेमाल में किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार की तरफ से बॉयलर लगाने वाले उद्योगों को सब्सिडी भी दी जाएगी।
ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਪਿੰਡਾਂ ਨੂੰ ਵਿਕਾਸ ਦੀਆਂ ਲੀਹਾਂ ‘ਤੇ ਲਿਜਾ ਰਹੀ ਮਾਨ ਸਰਕਾਰ🙌🏻
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— AAP Punjab (@AAPPunjab) May 15, 2025
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1 करोड़ रुपये की सब्सिडी
दरअसल, पंजाब सरकार उन उद्योगों को सब्सिडी देगी जो चावल की पराली का इस्तेमाल ईंधन के रूप में करेंगे। जानकारी के अनुसार, 4 टन का बॉयलर लगाने पर 50 लाख रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। वहीं 8 टन का बॉयलर लगाने पर 1 करोड़ रुपये की सीधी सब्सिडी दी जाएगी। इससे 500-600 उद्योगों को लाभ होगा। पंजाब सरकार का दावा है कि इस योजना से पंजाब में प्रदूषण कम होगा। इसके अलावा, यदि पुराने उद्योग नए बॉयलर लगाते हैं तो उन्हें 1 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। साथ ही किसान आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे।
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क्या बोले कैबिनेट मंत्री?
इसको लेकर कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सौंद ने कहा कि पंजाब सरकार का यह कदम पर्यावरण को स्वच्छ बनाएगा ही, साथ ही राज्य के उद्योग और किसानों दोनों को आर्थिक लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे किसानों की आय भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब में पहली बार पराली का उपयोग करने वाले उद्योगों को 5 करोड़ रुपये तक की सब्सिडी दी जाएगी।