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पंजाब

अब बठिंडा से चंडीगढ़ की दूरी होगी 50 KM कम, पंजाब एक्सप्रेसवे से होगी समय और ईंधन दोनों की बचत

क्या आप सोच सकते हैं कि बठिंडा से चंडीगढ़ का सफर अब पहले से 50 किलोमीटर छोटा होने वाला है? जी हां, नया पंजाब एक्सप्रेसवे न सिर्फ दूरी घटाएगा, बल्कि आपकी यात्रा को तेज, आरामदायक और किफायती बनाएगा। बेहतर कनेक्टिविटी से समय बचेगा और पंजाब का विकास भी रफ्तार पकड़ेगा।

Author Edited By : Ashutosh Ojha Updated: Mar 20, 2025 13:36
Punjab Expressway
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क्या आप जानते हैं कि बठिंडा से चंडीगढ़ की यात्रा अब पहले से कहीं ज्यादा तेज और आसान होने वाली है? जी हां, एक ऐसा एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है, जो इस सफर को 50 किलोमीटर तक छोटा कर देगा। अब वह लंबा और थकाने वाला सफर बीते दिनों की बात होगी। यह नया पंजाब एक्सप्रेसवे सिर्फ दूरी कम नहीं करेगा, बल्कि पूरे राज्य की कनेक्टिविटी को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। चंडीगढ़ से बरनाला, मलेरकोटला, मोहाली और सरहिंद तक की राह अब पहले से ज्यादा सुगम होगी। तो तैयार हो जाइए क्योंकि यह एक्सप्रेसवे पंजाब के विकास की नई कहानी लिखने वाला है।

बेहतर कनेक्टिविटी और तेज यात्रा

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा जल्द ही शुरू किए जाने वाले पंजाब एक्सप्रेसवे से बठिंडा से चंडीगढ़ की दूरी 50 किलोमीटर कम हो जाएगी, जिससे यात्रा अधिक सुविधाजनक और तेज हो जाएगी। यह नया एक्सप्रेसवे 110 किलोमीटर लंबा होगा और यह पंजाब को देश के अन्य हिस्सों से बेहतर तरीके से जोड़ेगा। इस परियोजना के तहत बठिंडा, मुक्तसर, अबोहर और राजस्थान से चंडीगढ़ की यात्रा अधिक सुगम होगी। इसके अलावा यह एक्सप्रेसवे चंडीगढ़ को बरनाला, मलेरकोटला, खन्ना बाइपास, सरहिंद और मोहाली से भी जोड़ेगा, जिससे क्षेत्रीय संपर्क को मजबूती मिलेगी। इस महत्वपूर्ण सड़क मार्ग से पंजाब में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।

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नए रूट से बचेगा समय और दूरी

पहले बठिंडा से चंडीगढ़ पहुंचने के लिए यात्रियों को बरनाला, संगरूर और पटियाला होते हुए जाना पड़ता था, जिससे अधिक दूरी तय करनी पड़ती थी। लेकिन नए एक्सप्रेसवे के बनने के बाद संगरूर और पटियाला को बायपास कर सीधे बरनाला से चंडीगढ़ पहुंचा जा सकेगा। इससे यात्रा का समय काफी कम होगा और लोगों को बेहतर सड़क सुविधा मिलेगी। इस परियोजना का एक अन्य महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह लुधियाना-अजमेर इकोनॉमिक कॉरिडोर से भी जुड़ेगा, जिससे व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इस नई सड़क के माध्यम से पंजाब और पड़ोसी राज्यों के शहरों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा।

ग्रीनफील्ड परियोजना से आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर

यह एक्सप्रेसवे एक ग्रीनफील्ड परियोजना के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसका अर्थ है कि इसे ऐसी जगह पर बनाया जा रहा है जहां पहले कोई सड़क नहीं थी। इस परियोजना को भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा बरनाला से मोहाली IT सिटी तक एक विशेष सड़क का निर्माण भी किया जा रहा है, जिससे पंजाब के टेक्नोलॉजी हब तक पहुंच आसान हो जाएगी। वर्तमान में सरहिंद-मोहाली सड़क का निर्माण जारी है और जल्द ही सरहिंद से बरनाला के बीच नई सड़क का निर्माण भी शुरू किया जाएगा। साथ ही बठिंडा से लुधियाना के बीच बनाई जा रही छह लेन की सड़क को भी इस एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रा और अधिक सहज हो जाएगी।

आर्थिक विकास और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा

इस नई परियोजना के पूरा होने से न केवल पंजाब की बुनियादी ढांचे की स्थिति में सुधार होगा बल्कि राज्य में व्यापार, पर्यटन और औद्योगिक विकास को भी बल मिलेगा। एक्सप्रेसवे के माध्यम से क्षेत्र के छोटे शहरों और गांवों को भी बेहतर सड़क कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे स्थानीय निवासियों को रोजगार और व्यापार के नए अवसर मिलेंगे। कुल मिलाकर, यह नया एक्सप्रेसवे पंजाब के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना साबित होगी, जिससे न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी बल्कि राज्य की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।

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Edited By

Ashutosh Ojha

First published on: Mar 20, 2025 01:36 PM

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