मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (B.B.M.B) पर पंजाब का पानी चुराने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पंजाब पानी की रक्षा के लिए केंद्र सरकार से लड़ाई लड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने नंगल पहुंचकर पानी बचाने की कमान खुद संभाली। उनके साथ शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस और जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री का आरोप, पंजाब के पानी की चोरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार संकट के समय राजनीति कर रही है और राज्य के हकों को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने कहा कि जब देश ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है, उसी समय भाजपा पंजाब को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। भगवंत मान ने कहा कि भाजपा और B.B.M.B आधी रात को मीटिंग बुलाकर गैर-कानूनी तरीके से पंजाब के पानी को हरियाणा की ओर मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि पंजाब किसी भी कीमत पर अपने हक का एक बूंद पानी भी नहीं देगा।
B.B.M.B को बताया सफेद हाथी
मुख्यमंत्री ने B.B.M.B पर आरोप लगाया कि वह पंजाब के खजाने से तनख्वाह तो देता है, लेकिन फैसले पंजाब के खिलाफ लेता है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि B.B.M.B का पुनर्गठन हो और इसका नया संविधान बने। उन्होंने इसे “सफेद हाथी” बताते हुए कहा कि यह बोर्ड अब पंजाब को स्वीकार नहीं है। भगवंत मान ने यह भी बताया कि राज्य सरकार इस मसले को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाएगी और कानूनी मोर्चे पर भी पूरी ताकत से लड़ेगी।
पंजाब किसी को एक बूंद पानी नहीं देगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के नापाक मंसूबों को पंजाब कभी पूरा नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि B.B.M.B खुद पंजाब के खिलाफ कोर्ट केस लड़ने के लिए पंजाब के ही पैसे का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि ऐसे समय में जब सीमा पर सैनिक दुश्मन से लड़ रहे हैं, तब केंद्र सरकार को भी राज्यों के साथ सहयोग करना चाहिए, न कि उनके अधिकारों को छीनना चाहिए। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि पंजाब के लोग बहादुर हैं, वे न सिर्फ सीमाओं की रक्षा कर सकते हैं, बल्कि अपने पानी की भी पूरी ताकत से हिफाजत करेंगे।