Punjab Cabinet Minister Harbhajan Singh ETO: चंडीगढ़ में विधानसभा के लिए हरियाणा को जमीन आवंटन को लेकर पंजाब सरकार लगातार अपनी नाराजगी जाहिर कर रही है। हाल ही में प्रदेश के बिजली और लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने चंडीगढ़ में हरियाणा को विधानसभा भवन के निर्माण के लिए जमीन अलॉट करने के फैसले का कड़ी अलोचना की है। पंजाब मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि ये फैसला दोनों राज्यों के बीच तनाव पैदा करने की साजिश है।
Attempts to sow discord or fuel hatred between Punjab & Haryana won’t be tolerated!!!
---विज्ञापन---Punjab’s historical claim over Chandigarh cannot be undermined.
Minister @AAPHarbhajan exposes the BJP-led Centre’s divisive politics—allocating land to Haryana for a Vidhan Sabha is not just… pic.twitter.com/Ls6RWff2wJ
---विज्ञापन---— AAP Punjab (@AAPPunjab) November 15, 2024
कैबिनेट मंत्री का केंद्र सरकार से अग्रह
इसके साथ ही मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने केंद्र सरकार से अग्रह करते हुए चंडीगढ़ पर पंजाब के ऐतिहासिक और कानूनी दावों का सम्मान करने और इसकी स्थिति को बदलने वाली किसी भी कार्रवाई को तुरंत रोकने के लिए कहा है। इस दौरान मंत्री ईटीओ ने जोर जेते हुए कहा कि पंजाब की राजधानी होने के नाते चंडीगढ़ यहां के लोगों के दिलों में खास स्थान रखती है। उन्होंने यह भी कहा कि चंडीगढ़ की जमीन हरियाणा को आवंटित करने से पंजाबियों की भावनाओं को गहरा आघात पहुंचेगा।
यह भी पढ़ें: पंजाब सरकार की सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों के लिए खास योजना, ऐसे मिलेगा लाभ
दोनों राज्यों के बीच पैदा हो रहा संघर्ष
मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि केंद्र सरकार पहले पंजाब और हरियाणा के किसानों के आंदोलन के आगे झुक गई थी। लेकिन अब उनका यह फैसला दोनों राज्यों के बीच संघर्ष पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा राज्य से चावल उठाने में देरी के कारण पंजाब के किसानों को धान खरीद के दौरान भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। इसके साथ ही उन्होंने तर्क दिया कि यह फैसला भी केंद्र सरकार द्वारा राज्य के विकास फंड को रोकने और राज्य के हितों की अनदेखी करने जैसी हरकतों की तरह है।