शंभू और खनौरी सीमाओं से किसानों को हटाए जाने पर पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में इस मामले में अपना बचाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले आप और भाजपा की मिलीभगत है, किसानों के हटाए जाने पर एक बार फिर ये स्थापित होता है कि दोनों पार्टियां किसानों के खिलाफ हैं।
प्रताप सिंह बाजवा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास खुफिया जानकारी है कि पटियाला के एसएसपी नानक सिंह ने उच्च न्यायालय में दावा किया है कि किसानों का बैरिकेडिंग को तोड़ने और दिल्ली के लिए मार्च फिर से शुरू करने के हिंसक प्रयास की आशंका थी। उनका कहना था कि ये स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि आप सरकार राज्य में भाजपा के हाथों की कठपुतली की तरह काम कर रहे है।
#WATCH | Chandigarh: Punjab assembly LoP and Congress leader Pratap Singh Bajwa says, “… We were not given adequate time to speak in the house, that is why we staged a walkout of the assembly…” (24.03) pic.twitter.com/g1FBsjhsTO
— ANI (@ANI) March 25, 2025
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दिल्ली में किसानों के विरोध प्रदर्शन को विफल कर दिया था
बाजवा ने कहा कि इससे पहले हरियाणा और केंद्र में भाजपा सरकार थी जिसने दिल्ली में किसानों के विरोध प्रदर्शन को विफल कर दिया था। अब आम आदमी पार्टी ने ही अपने मालिक भाजपा के लिए यह काम किया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। बाजवा ने कहा कि कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल का सफेद झूठ पकड़ा गया है। उन्होंने कल सदन में झूठा तर्क दिया कि किसान केंद्रीय मंत्रियों के साथ बातचीत करने के लिए वहां थे। अगर किसानों को केंद्रीय मंत्री के साथ बातचीत करनी थी, तो पंजाब के कैबिनेट मंत्री वहां क्या कर रहे होंगे? इसके अलावा, किसान यूनियन के नेताओं को पंजाब पुलिस ने हिरासत में लिया था, न कि अर्धसैनिक बलों ने।
पंजाब के खजाने से आप नेताओं को वीआईपी सुविधा
विधानसभा में बोलते हुए बाजवा ने आप सरकार के तहत पंजाब में ग्रामीण विकास निधि (आरडीएफ) के 1.81 करोड़ रुपये के कथित गबन की सीबीआई जांच की मांग की। बाजवा ने प्राथमिकी में लाभार्थियों के नाम शामिल करने में विफल रहने के लिए आप सरकार की कड़ी निंदा की। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि गैर-पंजाबी पंजाब में सरकार चला रहे हैं। प्रदेश को मुख्यमंत्री भगवंत नहीं बल्कि दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल चला रहे हैं। केजरीवाल के सलाहकार (बिभव कुमार) भी एक गैर-पंजाबी हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मतदाताओं द्वारा खारिज किए गए आप नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को पंजाब प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त किया गया है। अब पंजाब के खजाने से उन्हें वीआईपी सुविधा मिलेगी।