Navjot Singh Sidhu: नवजोत सिंह सिद्धू को गणतंत्र दिवस पर आजादी नहीं मिली। क्योंकि पंजाब सरकार ने गणतंत्र दिवस पर रिहा किए जाने वाले कैदियों को सूची पर कोई फैसला नहीं किया था। सिद्धू की रिहाई नहीं होने पर उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि सिद्धू एक खूंखार जानवर की कैटेगरी में आते हैं।
आप पार्टी की सरकार ने की धक्केशाही
आज रिहाई नहीं मिलने पर सिद्धू समर्थकों ने नारेबाजी कर पंजाब सरकार का विरोध जताया। पूर्व राज्यसभा सांसद शमशेर सिंह दूलो ने बताया कि सिद्धू को रिहा न करके आप पार्टी की सरकार ने धक्केशाही की है। सरकार को नजर आ रहा था कि लाखों की गिनती में उनके समर्थकों सड़कों पर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में सिद्धू को शामिल होना था, इस कारण सरकार बौखला गई और उन्हें सिद्धू को रिहा नहीं किया।
श्रीनगर रैली में होना था शामिल
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पंजाब पहुंचे राहुल गांधी ने सिद्धू को 30 जनवरी को श्रीनगर में रैली में शामिल होने का न्यौता दिया था। लेकिन अब वे इस रैली में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
नियमानुसार 1 माह की सजा हो सकती है माफ
पूर्व राज्यसभा सांसद ने कहा कि पार्टी के सभी वर्करों का सुख-दुख में साथ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को आज यहां होना चाहिए, लेकिन वे नहीं पहुंचे। उन्होंने सीएम मान पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको स्वंय फैसले लेने चाहिए। यह चर्चा भी सामने आ रही है कि सिद्धू को एक साल की सजा हुई है तो नियमानुसार उनकी एक माह की सजा माफ की जा सकती है।
समर्थकाें ने स्वागत में लगाए थे बोर्ड
नवजोत सिद्धू के रिहाई की खबर मिलने पर उनके समर्थकों ने पटियाला में कई जगहों पर स्वागत के पोस्टर लगाए थे। लेकिन 26 जनवरी को सिद्धू रिहा नहीं हो सके। इसलिए उनके समर्थकों में इस बात को लेकर काफी निराशा है।