चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कैबिनेट साथियों को हालिया बाढ़ के कारण पैदा हुई स्थिति के दौरान लोगों की जान-माल की रक्षा करने का निर्देश दिया। इसके बाद बुधवार को राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा ने होशियारपुर ज़िले के टांडा और मुकेरियां के बाढ़ प्रभावित गांवों में बचाव कामों का जायज़ा लिया।
पंजाब सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ
इस दौरान वह स्वयं किश्ती में बैठ कर पानी से प्रभावित गांवों में गए और लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। उन्होंने कहा कि इस समय पंजाब सरकार की पहल पानी से प्रभावित गाँवों के लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व अधीन पंजाब सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ कंधे से कंधा जोड़ कर खड़ी है। उड़मुड़ विधान सभा हलके के दौरे के दौरान बिजली मंत्री हरभजन सिंह ई. टी. ओ, विधायक उड़मुड़ जसवीर सिंह राजा गिल और डिप्टी कमिशनर कोमल मित्तल भी उनके साथ मौजूद थे।
जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों की सुरक्षा के लिए चौकस
जिम्पा ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की हिदायतों पर ज़िले के बाढ़ प्रभावित गाँवों में बचाव कार्य जंगी स्तर पर चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि ज़िले में एन. डी. आर. एफ और एस. डी. आर. एफ की टीमें फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के काम में लगी हुईं हैं। फ़िलहाल समूचा ज़िला प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों की सुरक्षा के लिए चौकस है और दिन-रात काम कर रहा है।
हर संभव सुविधा मुहैया करवाने के लिए प्रयास किए
जिम्पा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बरसात के कारण पौंग डैम के पानी का स्तर काफ़ी बढ़ गया था, जिस कारण ब्यास दरिया का पानी गाँवों में दाखि़ल हो गया है। उन्होंने अपील की कि दरिया किनारे बसे गाँवों के लोग सुरक्षित स्थानों पर या प्रशासन द्वारा बनाये राहत कैंपों में चले जाएँ। उन्होंने भरोसा दिलाया कि ज़िला प्रशासन की तरफ से राहत कैंपों में हर संभव सुविधा मुहैया करवाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं, जहाँ लोगों को किसी किस्म की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।