पहलगाम हमले को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। महाराष्ट्र में बीजेपी मंत्री नितेश राणे के बयान पर अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने मंत्री को नसीहत दी है। प्यारे खान ने कहा कि भारत शोक मना रहा है, ऐसे में ये सब बोलना सही नहीं है। यह पहली बार हुआ है कि भारत के मुस्लिम पीएम मोदी के पीछे खड़े हैं और पूरा मुस्लिम समुदाय पाकिस्तान के खिलाफ है। यह हम सभी के लिए बड़ी क्षति है। ऐसे में यह सब कहना सही नहीं है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार में मंत्री नितेण राणे ने रत्नागिरी में पहलगाम हमले का लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को खरीदारी करने से पहले धर्म पूछना चाहिए। इसके बाद हनुमान चालीसा पढने को कहना चाहिए। अगर दुकानदार ऐसा करने में सक्षम होता है तो ही उससे सामान खरीदना चाहिए।
कश्मीर में क्या हुआ?
उन्होंने आगे कहा कि कश्मीर के बारे पढ़ रहे हैं देख रहे हैं क्या हुआ वहां, जाति पूछी? भाषा पूछी? नहीं पूछी। सिर्फ धर्म पूछा, क्या धर्म है हिन्दू है न मारो गोली,ये ध्यान रखना चाहिए। इनको साथ में बैठाया जाता है, आपसी भाईचारे की बात होती है कहा जाता है की गंगा जमुनी तहजीब है,हम सब एक हैं,लेकिन देखिए कश्मीर से जो एक-एक कहानी आ रही है कैसे छोटे-छोटे बच्चे अपना अनुभव बता रहे हैं।
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माता-बहनों को सिंदूर देखकर गोली मारी गई, कलमा पढ़ने के लिए बोला गया, जो नहीं बोल पाया उनके सिर पर गोली मारी गई। कब तक हम सहन करेंगे? क्यों इनका नाटक सहन करें, पाकिस्तान समर्थित जो जेहादी हैं उनका उत्तर देने के लिए हिंदू समाज को तैयार रहना होगा।
बता दें कि पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। वहीं 17 पर्यटक घायल हुए थे। फिलहाल सभी घायलों का अनंतनाग के हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। इस हमले के बाद भारत ने कई बड़े फैसले लिए हैं। जिसमें सिंधु जल संधि को स्थगित करना, वीजा रद्द करने जैसे बड़े फैसले शामिल है।
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