मुंबई के पवई में स्टूडियो में बच्चों को बंधक बनाए जाने की घटना में घायल महिला का बयान सामने आया है. महिला अस्पताल में भर्ती है और उसका इलाज चल रहा है. घटना के वक्त वह स्टूडियो में ही मौजूद थी. घटना में घायल महिला मंगला पाटणकर का कहना है कि घटना अचानक हुई, गोलीबारी शुरू हो गई और अफरा-तफरी मच गई और स्कूल बंद हो गया.
चश्मदीद महिला मंगला ने बताया कि किसी तरह हम बच्चों को अफरा-तफरी के बीच से सुरक्षित जगह पर ले जाने में कामयाब रहे. इसके बाद कुछ बच्चों को रोहित नाम के एक व्यक्ति ने हिरासत में ले लिया. महिला ने यह भी कहा कि मैंने पुलिस की सीधी गोलीबारी नहीं सुनी, क्योंकि हम बच्चों के साथ अन्दर की तरफ थे.
पवई बंधक घटना पर शिवसेना विधायक मुरजी पटेल ने बताया कि 8 से 15 साल की उम्र के 17 बच्चों को उस कमरे से बचाया गया, जहां उन्हें बंधक बनाकर रखा गया था. उन्हें जांच के लिए सेवन हिल्स अस्पताल ले जाया गया, इलाज किया गया और घर भेज दिया गया. नांदेड़, पुणे, कोल्हापुर और पनवेल सहित विभिन्न स्थानों से आए बच्चे बहुत डरे हुए थे. बचाव के दौरान एक 75 वर्षीय महिला घायल हो गई, जिसका इलाज किया जा रहा है और उसे जल्द ही छुट्टी दे दी जाएगी. उपमुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और उन्होंने पूरी जांच का वादा किया है.
यह भी पढ़ें: मुंबई में किडनैपर की मौत के बाद गरमाई सियासत, कौन हैं पूर्व मंत्री? रोहित आर्य के साथ क्या कनेक्शन
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को मंगला जगन्नाथ पाटणकर के साहस और सतर्कता की सराहना की. शिंदे ने वीडियो कॉल के जरिए पाटनकर से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और उनके इस साहसिक कार्य की सराहना की. बातचीत के दौरान, उन्होंने बंधक बनाई गई एक युवती से भी बात की और उसके साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर उसे सांत्वना दी.


 
 










