Mumbai News: बसों की कमी से जूझ रहा महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम यानी (MSRTC) अपने बेड़े में 3,000 नई बसें शामिल करने जा रहा है। इसके लिए ई-टेंडर भी जारी कर दिया गया है और यह बसें 11-मीटर लंबी होंगी। परिवहन निगम ने इस खरीद के लिए हाल ही में जो ई-टेंडर जारी किया है, उसमें बोली लगाने की फाइनल डेट 14 मई है और इसे अगले दिन ही खोला जाएगा।
एमएसआरटीसी इसलिए डीजल इंजन बसें खरीद रहा है क्योंकि ये बसें लंबी दूरी तय करती हैं और ग्रामीण इलाकों तक जाती हैं। इसके साथ ही इंजन और गाड़ी के रखरखाव के लिए 7 साल का कॉन्ट्रैक्ट होगा। इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत जिसे भी यह ठेका मिलेगा, उसे 7 साल का एनुअल मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट भी साइन करना होगा, जिसमें ठेकेदारों को इंजन और संबंधित सिस्टम का रखरखाव करना होगा जबकि अन्य हिस्सों का मेंटेनेंस एमएसआरटीसी के मैकेनिक संभालेंगे।
14,500 बसों का चल रहा है संचालन
मौजूदा समय में एमएसआरटीसी अपने 251 डिपो और 31 डिवीजनों के विशाल नेटवर्क के साथ 14,500 बसों का संचालन करता है। हालांकि, इसमें बहुत सारी बसें पुरानी हो गई हैं। त्योहारों के समय में लोगों को बसों की कमी से जूझना पड़ता है और महाराष्ट्र के कई रोड पर बसे भरी हुई जाती हैं।
परिवहन विभाग को 1,700 करोड़ का नुकसान
इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ठेके पर ली गई 1,310 बसों की टेंडर प्रोसेस में बरती गई अनियमितताओं की जांच बैठाई है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन महामंडल (ST) द्वारा बसों को लीज पर लेने की टेंडर प्रोसेस में अनियमितताओं की जांच एक महीने के भीतर की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस प्रक्रिया के कारण परिवहन विभाग को 1,700 करोड़ का नुकसान हुआ है। वहीं, परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा कि विभागवार बसें लेने की मौजूदा प्रक्रिया को खत्म कर दिया गया है। इसके बजाय सभी विभागों को तीन समूहों में विभाजित किया गया है।
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