महाराष्ट्र में घर या जमीन ख़रीदने वालों के लिए अच्छी खबर नहीं है। महाराष्ट्र सरकार ने 2 साल बाद वित्तीय वर्ष 2025-2026 के लिए सालाना बाजार मूल्य दामों यानी रेडी रेकनर में बढ़ोतरी की है। यह बढ़ोतरी लगभग 4.39% है और महाराष्ट्र के महानगर पालिका क्षेत्र में यह रेडी रेकनर में बढ़ोतरी सबसे ज़्यादा यानी 5.59% फ़ीसदी बढ़ाई गई है। वहीं, ग्रामीण इलाकों के लिए 3.36% बढ़ाई गई है। बढ़े हुए रेडी रेकनर के दाम मंगलवार यानी आज से लागू हो जाएंगे।
रेडी रेकनर के दाम में इजाफा होने से महानगरपालिका क्षेत्र में घर या जमीन खरीदने की चाह रखने वाले ग्राहकों को अब अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। राज्य में हर साल 1 अप्रैल से रेडी रेकनर के दाम नए सिरे से लागू होते हैं। इन दामों के अनुसार उस रकम पर लोगों को मुद्रांक शुल्क, जिसे आसान भाषा में स्टैम्प ड्यूटी कहा जाता है, चुकाना पड़ता है। पिछले 2 सालों में सरकार ने रेडी रेकनर के दामों में बढ़ोतरी नहीं की थी। इसलिए इस बार अनुमान लगाया गया था कि सरकार इस बार रेडी रेकनर के दाम में बढ़ोतरी कर सकती है।
रेडी रेकनर का मतलब क्या है
रेडी रेकनर दर, जिसे सर्कल रेट या मार्गदर्शन मूल्य भी कहा जाता है, एक निर्धारित न्यूनतम मूल्य है जो राज्य सरकार द्वारा किसी विशेष क्षेत्र में संपत्तियों के लिए तय किया जाता है। यह दर उस इलाके में संपत्तियों के लेन-देन के लिए एक मानक मूल्यांकन होती है, ताकि संपत्तियों की बिक्री पर उचित स्टांप ड्यूटी और टैक्स लगाया जा सके।
हर इंसान 3 चीजों में निवेश करता है, जिनमें शेयर मार्केट, सोना और रियल इस्टेट शामिल हैं। फिलहाल शेयर मार्केट बाजार अपनी पुरानी तेजी वापस पाने में लड़खड़ा रहा है, तो सोने के दाम प्रति 10 ग्राम के लिए 93 हजार से ऊपर जा चुके हैं। 2 निवेश के रास्ते लगभग बंद होने के बाद अब लोग जमीन या रियल एस्टेट में निवेश की सोच ही रहे थे। अब सरकार ने रियल इस्टेट के दाम में बढ़ोतरी कर दी।
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