TrendingYear Ender 2025T20 World Cup 2026Bangladesh Violence

---विज्ञापन---

‘शपथ नहीं लेंगे, EVM पर संदेह…’, उद्धव गुट के विधायकों का सदन से वॉकआउट, महाराष्ट्र में फिर गर्माई सियासत

Maharashtra Assembly Session 2024: महाराष्ट्र विधानसभा में शनिवार को उद्धव ठाकरे गुट के विधायकों ने शपथ लेने से इनकार कर दिया। एक बार फिर विधायकों ने ईवीएम पर सवाल उठाए। विधायकों ने कहा कि उनको जनादेश स्वीकार नहीं है।

Maharashtra Assembly Session: महाराष्ट्र में अब विधायकों के शपथ लेने पर भी सियासत शुरू हो गई है। शनिवार को उद्धव ठाकरे की शिवसेना वाले विधायकों ने शपथ लेने से इनकार कर दिया। विधायकों ने सदन का बहिष्कार किया। विधायकों ने कहा कि उनको EVM पर संदेह है। यह जनादेश जनता ने नहीं दिया है। चुनाव के नतीजे आने के बाद एक बार फिर सियासी पारा हाई हो चुका है। इससे पहले महायुति में सीएम पद को लेकर कई दिन तक बैठकों का दौर चला था। महाराष्ट्र विधानसभा का 3 दिवसीय विशेष सत्र शुरू हुआ है, जिसमें नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। महाराष्ट्र के नए सीएम देवेंद्र फडणवीस, डिप्टी सीएम अजित पवार और एकनाथ शिंदे सदस्य के तौर पर शपथ ले चुके हैं। यह भी पढ़ें:महाराष्ट्र की 15वीं विधानसभा का स्पेशल सेशन शुरू, 3 दिन चलेगा और वर्क शेड्यूल भी आया सामने सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। सबसे पहले विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के तौर पर कालिदास कोलंबकर को चुना गया। जिन्होंने सीएम और डिप्टी सीएम को शपथ दिलाई। इसके बाद विधायकों को शपथ दिलाने का सिलसिला शुरू हुआ। लेकिन शिवेसना (UBT) और MVA के अन्य विधायकों ने शपथ लेने से इनकार कर दिया। आदित्य ठाकरे ने बताया कि उन लोगों को EVM पर संदेह है। यह जनता का जनादेश नहीं है। इसलिए उन लोगों ने सदन से वॉकआउट किया, शपथ नहीं ली।

अजित पवार का पलटवार

आदित्य ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी के चुने गए विधायक शपथ नहीं लेंगे। अगर जनता का जनादेश मिला होता तो वे लोग खुशी जाहिर करते। लेकिन इस जीत के बाद महाराष्ट्र में कहीं जश्न का माहौल नहीं दिखा। उन लोगों को ईवीएम पर संदेह है। वहीं, विपक्ष पर अजित पवार ने हमला बोला। पवार ने कहा कि ईवीएम की वजह से विपक्ष ने वॉकआउट किया है। लेकिन इससे कुछ नहीं होने वाला। उन्होंने पहली बार ऐसा देखा है। ये भी पढ़ें: क्यों अनुपम उदाहरण बन गया Maharashtra CM का शपथ ग्रहण समारोह? मन को छू गई ये पहल अगर विपक्ष को EVM को लेकर कोई आपत्ति है तो चुनाव आयोग (EC) का दरवाजा खटखटाना चाहिए। कोर्ट का विकल्प भी उनके पास है। लेकिन वॉकआउट करने से क्या होगा? बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 23 नवंबर को नतीजों का ऐलान किया गया था। 288 सीटों में महायुति को 230 पर जीत मिली है। जिसके बाद नई सरकार के सीएम के तौर पर देवेंद्र फडणवीस ने 5 दिसंबर को शपथ ली थी।


Topics:

---विज्ञापन---