Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार 18 नवंबर को शाम 6 बजे थम गया था। आज 20 नवंबर को 288 सीटों पर वोटिंग हुई। 23 नवंबर को नतीजों का ऐलान किया जाएगा। इस बार राज्य में महायुति (बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजीत पवार की एनसीपी) का एमवीए गठबंधन से मुकाबला है। MVA में (उद्धव ठाकरे की शिवसेना, शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस) शामिल हैं। महायुति गठबंधन की कोशिश सत्ता में बने रहने की है। वहीं महाविकास अघाड़ी को उम्मीद है कि नतीजे उसके पक्ष में आएंगे।
दिग्गज कर चुके प्रचार
महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह जैसे दिग्गज महायुति के लिए प्रचार कर चुके हैं। महाविकास अघाड़ी के लिए राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे नेता आ चुके हैं। राज्य के सीएम, मंत्रियों के अलावा दिग्गज नेता अपने-अपने पक्ष में मतदाताओं के सामने जा चुके हैं। जनता किसका साथ देगी, नतीजों के बाद पता चलेगा? चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में ड्राई डे भी रहा।
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बीजेपी, शिवसेना (शिंदे), एनसीपी (अजित गुट) ने इस बार महिलाओं के लिए माझी लाडकी बहिन जैसी योजनाओं के सहारे वोटरों को साधा है। ‘बटेंगे तो कटेंगे’ और ‘एक हैं तो सेफ हैं’ जैसे नारे भी खूब चले हैं। महायुति को इनकी कितनी मदद मिलेगी? देखने वाली बात होगी। महा विकास अघाड़ी ने इन नारों के लिए बीजेपी पर निशाना साधा था। शिवसेना (UBT), एनसीपी (शरद पवार) और कांग्रेस इन नारों की लगातार आलोचना की है। बीजेपी के कुछ नेता भी खुद को नारों से अलग करते दिखे हैं। MVA ने जातिगत जनगणना, संविधान की रक्षा जैसे मुद्दे चुनाव में उठाए हैं।
Join cricket legend and ECI’s National Icon, @sachin_rt, in voting for the Maharashtra Assembly Elections 2024.
Let’s all come together to cast our votes with our friends and family! #MaharashtraElections #ReadyToVote #MakeItCount pic.twitter.com/djFhvIGnHt
— Election Commission of India (@ECISVEEP) November 19, 2024
इस बार कैंडिडेट ज्यादा
इस चुनाव में 2019 के मुकाबले 28 फीसदी कैंडिडेट अधिक लड़ रहे हैं। पहले 3239 कैंडिडेट मैदान में उतरे थे। इस बार संख्या 4136 है। इनमें 2086 लोग आजाद लड़ रहे हैं। 150 सीटों पर बागी दोनों महागठबंधनों की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। इस चुनाव में रजिस्टर्ड वोटरों की संख्या 96369410 है, जबकि 2019 में 89446211 थी। चुनाव के लिए इस बार 100186 बूथ बनाए गए हैं। वहीं, 2019 में 96654 पोलिंग सेंटर थे। सरकार के करीब 6 लाख कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी में तैनात किया गया था।
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