मुंबई : महाराष्ट्र की मायानगरी मुंबई से एक बड़ा ही अटपटा वाकया सामने आया है। बताया जा रहा है कि अपने पिता से माया (धन) पाने के लिए एक लड़के ने अनोखा मायाजाल फैलाया। पहले तो वह घर से बिना बताए अचानक लापता हो गया और फिर एक दुकान से QR कोड भेजकर पैसे की मांग कर डाली। उसने अपने पिता को तीन अज्ञात लोगों के द्वारा खुद का अपहरण हो जाने की बात कही थी। आखिर सच्चाई सामने आ ही गई और युवक का सारा मायाजाल धरा-धराया रह गया। फिलहाल पुलिस ने काउंसलिंग के बाद उसे उसके घर वालों के सुपुर्द कर दिया है।
निजी कंपनी में काम करता है युवक
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नानालाल रामचरण यादव ने वालीव थाने में दी शिकायत में कहा था कि एक निजी कंपनी में काम करने वाला उसका 20 वर्षीय बेटा अंकित कुमार गुरुवार 7 दिसंबर की शाम को अचानक बिना बताए घर से कहीं चला गया। आस-पड़ोस और रिश्तेदारी में पता करने पर जब उसका कोई सुराग नहीं मिला तो इस संबंध में पुलिस को सूचित करना पड़ा। गुमशुदगी का यह मामला उस वक्त और गंभीर हो गया, जब शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसे फोन करके उसके बेटे ने तीन अज्ञात लोगों के द्वारा उसका अपहरण कर लेने की बात कही थी, जो उसकी रिहाई के लिए 30 हजार रुपए मांग रहे हैं।
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ऐसे फूट गया भांडा
पुलिस ने क्षेत्र में हलचल मचाने और अपहृत युवक का पता लगाने और अपराधियों को पकड़ने के लिए वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जयराम रानावरे की देखरेख में एपीआई सचिन सनप के नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया। टीम ने मामले में कुछ सुराग पाने के लिए अपने मुख्य मुखबिर नेटवर्क और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी को भी सक्रिय किया। इसके बाद जब पुलिस ने कॉल किए गए फोन नंबर और भेजे गए क्यूआर कोड को ट्रेस किया तो पता चला कि पास के एक स्टोर का निकला। इसी के साथ कुछ ही घंटों में अंकित वसई फाटा इलाके में घूमता हुआ पाया गया। इस बारे में एपीआई सचिन सनप ने कहा, ‘पूछताछ के दौरान अंकित ने स्वीकार किया कि उसने खुद के अपहरण की साजिश रची थी, क्योंकि उसे पैसों की तत्काल जरूरत थी’। काउंसलिंग और चेतावनी के बाद पुलिस ने अंकित की कस्टडी उसके पिता को सौंप दी।
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