Controversy over non-veg food in IIT Bombay mess: आईआईटी बॉम्बे के हॉस्टल नंबर 12, 13 और 14 की मेस काउंसिल ने एक छात्र पर ‘अनियंत्रित व्यवहार’ और ‘मेस के नियमों का उल्लंघन’ करने के लिए 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया है। दरअसल, यहां पर मेस में खाने की जगह अलग-अलग होने के विरोध में तीन छात्रों ने शाकाहारी भोजन के लिए निर्धारित स्थान पर नॉन वेज खाना खाया है।
IIT Bombay की मेस में नॉन वेज खाने पर विवाद
आईआईटी बॉम्बे की मेस काउंसिल ने मेस में वेज खाने के लिए निर्धारित की गई टेबल पर नॉन वेज खाने के लिए एक छात्र पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगया है। जबकि, दो अन्य छात्रों के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। काउंसिल ने कहा है कि फिलहाल एक छात्र की पहचान की गई है। जबकि, दो अन्य छात्रों की पहचान के लिए प्रयास जारी हैं। इसी के साथ अनौपचारिक छात्र संगठन अंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्कल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में हॉस्टल प्रशासन की कार्रवाई की तुलना ‘आधुनिक समय में छुआछूत को बनाए रखने के लिए काम करने वाली खाप पंचायत’ से की।
जानबूझकर मेस के नियमों का किया उल्लंघन
वहीं, काउंसिल ने छात्रों के अनियंत्रित व्यवहार और मेस नियमों के उल्लंघन को लेकर रविवार को कार्रवाई करने को लेकर बैठक आयोजित की थी। इसमें वार्डन सहित चार प्रोफेसरों और तीन छात्र प्रतिनिधि शामिल रहे। काउंसिल ने कहा कि उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर यह पाया गया कि उक्त छात्रों ने 28 सितंबर को रात्रिभोज के दौरान जानबूझकर मेस के नियमों का उल्लंघन किया है।
शांति और सद्भाव को बाधित करने का प्रयास
काउंसिल ने बैठक के दौरान कहा कि मेस के भीतर शांति और सद्भाव को बाधित करने का एक पूर्व-निर्धारित प्रयास था। छात्रों ने एसोसिएट डीन द्वारा दी गई सलाह की अवहेलना की। बता दें कि काउंसिल ने दोनों छात्रों की पहचान करने के लिए तीन हॉस्टलों के छात्रों के प्रतिनिधियों से भी मदद मांगी है। साथ ही छात्रों से मेस के भीतर सौहार्दपूर्ण और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए सहयोग करने का आग्रह किया। आपको बता दें कि ये छात्र हॉस्टल के मेस में शाकाहारी भोजन खाने के लिए छह टेबल अलग रखने को लेकर मेस काउंसिल के फैसले का विरोध कर रहे थे। छात्रों ने अपने इस विरोध को ‘व्यक्तिगत सविनय अवज्ञा’ नाम दिया है।