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‘वो पटाखे तक नहीं फोड़ सकता’…अक्षय शिंदे की मां ने एनकाउंटर पर उठाए सवाल, किए ये चौंकाने वाले दावे

Badlapur Sexual Harassment Case: बदलापुर एनकाउंटर मामले में अब आरोपी अक्षय शिंदे की मां सामने आई है। शिंदे की मां ने पुलिस एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं। आरोपी की मां का कहना है कि उसका बेटा दीवाली पर पटाखे तक नहीं फोड़ सकता। वह कैसे पुलिस पर फायरिंग करेगा? मां ने कई चौंकाने वाले दावे किए हैं।

Edited By : Parmod chaudhary | Updated: Sep 23, 2024 22:53
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Akshay Shinde encounter

Badlapur Akshay Shinde Encounter Case: बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर पर उसकी मां ने सवाल उठाए हैं। मां अलका शिंदे ने ठाणे पुलिस के सभी दावों को खारिज करते हुए कई चौंकाने वाली बातें बताई हैं। एक इंटरव्यू में अलका शिंदे ने कहा कि सोमवार शाम को करीब साढ़े 4 बजे वह तलोजा जेल में अपने बेटे से मिली थी। वह सुबह ही जेल चली गई थी। लेकिन काफी मशक्कत के बाद बेटे से मिलने के लिए 15 मिनट की अनुमति दी गई। अक्षय ने मुझे बताया था कि उसके खिलाफ इस केस में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। शिंदे की मां ने दावा किया कि बेटे ने मुझसे पूछा कि क्या मैं उसे जेल से बाहर निकालने की कोशिशें कर रही हूं? क्योंकि पिछली मुलाकात के बाद उसे जेल अधिकारियों ने पीटा था।

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मां ने आरोप लगाया कि यह सब साजिश के तहत किया गया। ऐसा लगता है कि कुछ राजनेता उसके बेटे को मरवाना चाहते थे। जिनके इशारे पर उसे मारा गया और एनकाउंटर दिखा दिया गया। मेरे बेटे को तो दिवाली पर पटाखे फोड़ने से डर लगता था। कैसे यकीन करूं कि वह बंदूक उठाकर कई राउंड फायर कर सकता है? मैं ही बेटे को दिवाली के दौरान स्कूल और दफ्तर आदि जगह लेकर जाती थी। उसे पटाखों से डर लगता था।

चाहे मेरे बेटे को फांसी हो जाती पर…

अलका शिंदे ने कहा कि मुलाकात के दौरान बेटे ने मेरे हाथ का खाना खाने की इच्छा जाहिर की थी। जेल की कैंटीन से पसंद का खाना खाने के लिए कुछ पैसों की डिमांड भी की थी। मैंने कई बार बेटे से पूछा था कि क्या तुमने सच में अपराध किया है? उसने यही बताया था कि कोई क्राइम नहीं किया। उसे फंसाया गया है। शिंदे ने कहा कि अगर उसने अपराध किया था तो पुलिस को अपनी जांच पर भरोसा होना चाहिए था। इस मामले को निष्पक्ष तौर पर निपटाना चाहिए था। चाहे उसे दोषी साबित होने पर फांसी ही क्यों न हो जाती? लेकिन पुलिस को खुद पर भरोसा नहीं था। वह बेटे को न्याय दिलाने के लिए लड़ेगी।

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Edited By

Parmod chaudhary

First published on: Sep 23, 2024 10:43 PM

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