ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख नेता इम्तियाज जलील ने आज मुंबई में पार्टी बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कई अहम मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि BMC चुनाव काफी समय से टलते आ रहे थे, लेकिन अब जब अदालत ने इस पर कोई निर्णय लिया है, तो यह लोकतंत्र के लिए एक सकारात्मक कदम है। इम्तियाज जलील ने बताया कि AIMIM ने शुरुआत से ही स्थानीय निकाय चुनावों में भाग लिया है, इसलिए उनकी पार्टी की तैयारी लंबे समय से चल रही है। आज की बैठक में यह चर्चा हुई कि महाराष्ट्र में कहां-कहां और कितनी सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ सकती है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हैदराबाद में ओवैसी साहब के साथ महाराष्ट्र यूनिट की विस्तृत बैठक आयोजित की जाएगी।
तुर्की और अजरबैजान के पाकिस्तान समर्थन की आलोचना
तुर्की और अजरबैजान जैसे देशों द्वारा पाकिस्तान के समर्थन पर भी इम्तियाज जलील ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि युद्ध की स्थिति में कई देश अपनी-अपनी राजनीतिक नीतियों या मजबूरियों के चलते किसी एक पक्ष का समर्थन करते हैं, लेकिन पाकिस्तान का समर्थन करने वाले देशों की हम निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि यह वही देश हैं, जिन्होंने कभी खुद आतंकवाद का शिकार होना झेला है। बावजूद इसके वे पाकिस्तान जैसे आतंक समर्थक देश के पक्ष में खड़े हैं। इम्तियाज जलील ने कहा कि भारत की सेना पूरी तरह सक्षम है और हमें किसी दूसरे देश की मदद की जरूरत नहीं है। हमारे जवान अकेले भी दुश्मनों का सामना कर सकते हैं।
सेलिब्रिटीज की चुप्पी पर सवाल
इम्तियाज जलील ने देश के सेलिब्रिटीज की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब देश संकट में होता है, जब हमारे सैनिक सरहद पर जान जोखिम में डालते हैं, तब ऐसे समय में फिल्म और खेल जगत के सितारों को खुलकर उनके समर्थन में बोलना चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि शायद ये लोग पैसा कमाने में इतने व्यस्त हैं कि उन्हें सैनिकों का मनोबल बढ़ाने की फुर्सत ही नहीं है। उन्होंने कहा कि देश की बड़ी हस्तियों को जिम्मेदारी से पेश आना चाहिए और कठिन समय में देश के साथ खड़ा होना चाहिए।
भाजपा मंत्री के बयान पर कड़ी आलोचना
भाजपा मंत्री द्वारा सोफिया कुरैशी पर दिए गए विवादास्पद बयान पर AIMIM नेता ने तीखी आलोचना की। इम्तियाज जलील ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सच में लोगों को समझते और उनका सम्मान करते, तो वे ऐसे मंत्री को तुरंत पद से हटा देते। उन्होंने कहा कि मंत्री के ओहदे पर बैठा व्यक्ति अगर ऐसा गैर-जिम्मेदार बयान देता है, तो यह न सिर्फ निंदनीय है बल्कि पूरी पार्टी की सोच पर सवाल खड़े करता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सिर्फ मंत्री से माफी मंगवाकर मामला खत्म करना चाहती है, लेकिन उसे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए था।