ग्वालियर: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में नामी कंपनी के नाम पर ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। यहां सेना में सूबेदार को 28 लाख रुपए की चपत लगाने वाले दो युवकों को बिहार के पटना जिले से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से 26 हजार रुपए की नगदी, लैपटॉप, जिओ कंपनी का मोबाइल और एटीएम कार्ड बरामद किया गया है। लेकिन इस रैकेट का मास्टरमाइंड फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। असम में तैनात सूबेदार राम नरेश प्रजापति को सोशल मीडिया पर एक लुभावने विज्ञापन के जरिए इन बदमाशों ने ठगा था।
बदमाशों ने इस तरह दिया था झांसा
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बदमाशों ने खुद को रिलायंस कंपनी से जुड़ा बता कर हिंदुस्तान टावर प्राइवेट लिमिटेड का कर्मचारी बताया और झांसा दिया कि यदि किसी के पास खुद की जमीन है तो उसका रिलायंस से एग्रीमेंट करा कर इकट्ठे 45 लाख रुपए जमीन के मालिक को दिए जाएंगे। साथ ही 30 से लेकर 90 हजार रुपए तक हर महीने मोबाइल टावर का किराया भी दिया जाएगा।
नौकरी देने का भी किया झूठा वादा
ठगों ने परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी देने का झूठा वादा किया। आर्मी में सूबेदार राम नरेश प्रजापति इस झांसे में आ गए। उन्होंने सबसे पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर 2000 रुपए बदमाशों के कहने के मुताबिक भेज दिए। इसके बाद बदमाशों ने सूबेदार के परिवार से जमीन के दस्तावेज ऑनलाइन मंगा लिए और वहां से फर्जी रिलायंस कंपनी के साथ एग्रीमेंट के दस्तावेज भी भेज दिए। इसके बाद बदमाशों ने सूबेदार के परिवार से कई किस्तों में धीरे-धीरे 28 लाख रुपए वसूल लिए।
इस तरह ठगों ने मांगी पर्सनल डिटेल्स
इस दौरान उन्हें यह भी झांसा दिया गया कि कंपनी ने उनके 45 लाख रुपए स्वीकृत कर दिए हैं। कंपनी ने अपना खुद का ऑफिस बेंगलुरु बताया था। बैंक की पासबुक मोबाइल सिम की डिटेल और अकाउंट नंबर लेने के बाद भी जब सूबेदार के परिवार के अकाउंट में पैसे नहीं पहुंचे तो उन्हें शक हुआ। उन्होंने कंपनी के दिए हुए पते पर पहुंचकर संपर्क साधा तो वहां हिंदुस्तान टॉवर प्राइवेट लिमिटेड नाम की कोई संस्था ही नहीं थी। इसके बाद सूबेदार हजीरा पुलिस को अपना शिकायती आवेदन दिया।
पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की और मोबाइल सर्वेलांस से पता लगा कि एक आरोपी पटना जिले के गांधी मैदान थाना क्षेत्र के इलाके में मौजूद है।
मास्टरमाइंड खबर सुनते ही हो गया फरार
यहां पुलिस ने दबिश देकर सोनू जायसवाल नाम के युवक को पकड़ लिया। उससे पूछताछ करने पर उसके दूसरे साथी मोनू राजपूत को भी इसी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन मास्टरमाइंड इन दोनों की गिरफ्तारी की खबर लगते ही फरार हो गया।
इन लोगों ने देश के राजस्थान उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में लोगों को मोबाइल टावर लगाने के नाम पर ठगा है। पुलिस पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और उनकी क्राइम लिस्ट की जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है।