MP News: मध्य प्रदेश में इस बार का विधानसभा चुनाव बेहद कड़ा होने की उम्मीद है। ऐसे में सत्ताधारी बीजेपी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। इसलिए पार्टी ने चुनाव से पहले ही बड़ी प्लानिंग पर काम शुरू कर दिया है। खास बात यह है कि इस बार चुनाव से पहले बीजेपी ने नाराज नेताओं की लिस्ट लंबी दिख रही है। ऐसे में पार्टी ने अभी से अपने दिग्गजों को इन नाराज नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। क्योंकि पिछले चुनाव में बीजेपी को नाराज नेताओं की नाराजगी का बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था।
नाराज नेताओं को लेकर संगठन सक्रिए
प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में उन नेताओं की पूछपरख बढने वाली है, जो हासिए पर चले गए हैं या उन्हें संगठन ने घर बैठा दिया है। पार्टी में नाराज चल रहे इन नेताओं को मनाने के लिए संगठन ने 3 पूर्व प्रदेशाध्यक्ष समेत 14 नेताओं को जिलों में उतार दिया है। ये नेता 15 अप्रैल तक जिलों में घूमकर पार्टी के नाराज नेता एवं कार्यकर्ताओं से संवाद कर संगठन को रिपोर्ट सौंपेंगे। इससे पहले हासिए पर चल रहे पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा को मनाने के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा 26 मार्च को भोपाल प्रवास के दौरान उनके निवास पर पहुंचे थे।
जेपी नड्डा ने की शुरुआत
भाजपा हाईकमान को जानकारी मिली थी कि भाजपा का कार्यकर्ता असंतुष्ठ है, उसकी पूछपरख नहीं हो रही है। इसके बाद असंतुष्टों को मनाने का जिम्मा सौंपा गया है। जिसकी शुरूआत भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा को मनाकर की है। प्रभात बीजेपी के दिग्गज नेता रहे हैं, वह मध्य प्रदेश में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। लेकिन फिलहाल पार्टी में उनके पास कोई बड़ी जिम्मेदारी लंबे वक्त से नहीं है।
बीजेपी ने पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद राकेश सिंह को रूठों को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। खास बात यह है कि मप्र भाजपा के मौजूदा संगठन में घर बैठा दिए गए ज्यादातर नेताओं ने तोमर, प्रभात और राकेश सिंह के साथ काम किया है। यही वजह है कि इन्हें भी रूठों से संवाद करने का काम दिया गया है।
हालांकि माया सिंह, जयभान सिंह पवैया, कृष्णमुरारी मोघे भी भाजपा में खुद हासिए पर चले गए हैं। लेकिन पार्टी ने इन्हें भी रूठों को मनाने का काम दिया है। इसके अलावा सरकार के वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव, कैलाश विजयवर्गीय, माखन सिंह, सत्यनारायण जटिया, फग्गन सिंह कुलस्ते, लाल सिंह आर्य, सुधीर गुप्ता और राजेन्द्र शुक्ल को भी रूठों का मनाने का काम सौंपा है। ये नेता पूर्व नगर पालिका अध्यक्षों, पार्टी की जिला इकाइयों के पूर्व अध्यक्षों, पूर्व विधायकों, पूर्व संसद सदस्यों और अन्य लोगों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद संगठन को रिपोर्ट सौंपेंगे।
इन नेताओं को मिली मनाने की जिम्मेदारी
- नरेंद्र सिंह तोमर: इंदौर, भोपाल, सीहोर
- राकेश सिंह: नर्मदापुरम, बैतूल, मंडला
- प्रभात झा: खरगोन, बुरहानपुर
- गोपाल भार्गव: छिंदवाड़ा, बालाघाट, सिवनी
- कैलाश विजयवर्गीय: जबलपुर, धार, रीवा, सतना
- जयभान सिंह: पवैया उज्जैन, शाजापुर, देवास
- माखन सिंह: गुना, शिवपुरी, श्योपुर
- कृष्ण मुरारी: मोघे विदिशा, रायसेन, सागर
- सत्यनारायण जटिया: रतलाम, मंदसौर, नीमच
- फग्गन सिंह कुलस्ते: झाबुआ, अलीराजपुर
- माया सिंह: राजगढ़, नरसिंहपुर, दतिया
- लाल सिंह आर्य: टीकमगढ़, कटनी, पन्ना, छतरपुर
- सुधीर गुप्ता: ग्वालियर, भिंड, मुरैना
- राजेन्द्र शुक्ल: सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल