CM Mohan Yadav on New Education Policy 2020: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव प्रदेश को हर एक सेक्टर में आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। सीएम मोहन यादव का मानना है कि किसी प्रदेश का विकास स्कूली शिक्षा को मंजबूत किए मुमकिन नहीं है। इसके लिए उन्होंने राज्य में नई शिक्षा नीति 2020 लागू की। प्रदेश में नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत अनेक इनोवेशन हुए हैं। इसके अलावा राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को बेस्ट बनाने के लिए सरकरा द्वारा लगातार काम किया जा रहा है। ये सारी जानकारी प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने दी है। उन्होंने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय से अपने लेवल पर हायर एजुकेशन से जुड़े इनोवेशन करने को कहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि पैरामेडिकल और नर्सिंग कॉर्स भी विश्वविद्यालयों द्वारा संचालित किए जाएं।
टास्क फोर्स का गठन
सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के सभी युवाओं को सशक्त भारत के निर्माण के लिए सबसे बड़ी और जरुरी गारंटी मानते हैं। पीएम मोदीकी पहल से नई शिक्षा नीति में कई महत्वपूर्ण प्रावधान किए गए है। इस नई शिक्षा नीति के तहत युवाओं को ज्ञानवान बनाने के साथ कई और अनेक विषयों में पारंगत बनाने की रणनीति बनाई गई है। इसी उद्देश्य के तहत मध्य प्रदेश में हायर स्टडी के सेक्टर कई अभिनव प्रयास किए गए हैं। इसके लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया। विद्यार्थियों को उनकी रूचि, दक्षता और क्षमता के अनुसार शिक्षा व्यवस्था के प्रसार सफल हो रहे हैं। मध्य प्रदेश का ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो राष्ट्रीय अनुपात 28.4 प्रतिशत के मुकाबले 28.9 प्रतिशत है जो एक अचीवमेंट है।
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कृषि सब्जेट में बढ़ी युवाओं की रूचि
सीएम मोहन यादव ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनेक पॉइन्ट्स पर मध्य प्रदेश तेजी के साथ काम कर रहा है। उच्च शिक्षा व्यवस्था में ग्रेजुएशन लेवल पर कृषि जैसे सब्जेट की स्टडी में भी अच्छे रिजल्ट हुए हैं। प्रदेश के 7 विश्वविद्यालयों और 18 सरकारी स्वशासी महाविद्यालयों में B.Sc कृषि पाठ्यक्रम का संचालन हो रहा है। 1189 विद्यार्थी इन पाठ्यक्रामों का लाभ ले रहे हैं। प्रदेश में पायलेट ट्रेनिंग के कोर्स चलाने और एविएशन के सर्टिफिकेट कोर्स के लिए 5 विश्वविद्यालयों ने पहल की है। इसके साथ ही सीएम मोहन यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश में 1.29 लाख विद्यार्थियों ने बहुविषयक अध्ययन का लाभ उठाया है।