धार: मध्यप्रदेश के धार जिले के ग्राम पंचायत तिरला में एक परिवार में चीख पुकार मच गई जब एक बच्ची की मौत हो गई। छात्रा कस्तूरबा कन्या छात्रावास में रहने वाली थी। मृतका की उम्र 11 साल की बताई जा रही है। कथित तौर पर मासूम की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई है। बच्ची की तबीयत अचानक बिगड़ी, उसे आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
खाद्य सामग्री पर उठे सवाल
छात्रा की मौत से छात्रावास प्रबंधन सख्ते में है। मौत की खबर मिलते ही एसडीएम प्रशासनिक अमले को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां परिजनों से बच्ची के स्वास्थ्य को लेकर चर्चा की। साथ ही छात्रावास भी पहुंचे, जहां पर खाद्य सामग्री गुणवत्तापूर्वक नहीं मिलने पर दो महिला अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। इस पूरे मामले से एसडीएम ने धार कलेक्टर डॉ पंकज जैन को भी अवगत करा दिया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार वर्षा पिता राकेश उम्र 11 वर्ष कक्षा छठवीं की छात्रा कस्तूरबा आश्रम तिरला में रहती थी। गुरुवार को दिन में उसका स्वास्थ्य बिगड़ा और उसे बुखार आया। दवा लेने के बाद बच्ची हॉस्टल में ही आराम कर रही थी। शुक्रवार सुबह अचानक बालिका बेसूध हो गई। जिसे सरदारपुर अस्पताल ले जाया गया। इधर हॉस्टल की सहायिका ने परिजनों को भी बच्ची के स्वास्थ्य बिगड़ने की जानकारी दी। कुछ देर में परिजन अस्पताल पहुंचे, जहां पर बच्ची की मौत की खबर मिली। परिजन की सहमति से शव का पीएम कराया गया। पीएम रिपोर्ट से ही मौत का कारण स्पष्ट होगा।
आश्रम अधीक्षक के खिलाफ हो सकती है कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही सरदारपुर एसडीएम राहुलसिंह चौहान, एसडीओपी रामसिंह मेड़ा, बीईओ प्रमोद कुमार माथुर कस्तूरबा आश्रम पहुंचे। जहां औचक निरीक्षण के दौरान आश्रम की छात्राओं से चर्चा कर खाद्य सामग्री का निरीक्षण किया। इस जांच में अनियमितता उजागर होने पर एसडीएम द्वारा आश्रम अधीक्षक रंजना वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। एसडीएम ने बताया कि बालिका की तबीयत बिगडने पर दवा दी गई थी, जिसके बाद शनिवार को मौत हो गई है। मामले की जांच शुरु कर दी गई हैं। निरीक्षण के दौरान अधीक्षिका के हॉस्टल में नहीं रुकने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।