जबलपुर: मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर एक बार फिर सुर्खियों में है। यहां बरगी स्थित सरकारी आरोग्य अस्पताल में एक बच्चे ने अपनी मां की गोद में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि बच्चे को समय पर इलाज न मिलने के कारण उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि, जब वो बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे तो वहां पर कोई डॉक्टर नहीं था। उन्होंने काफी इंतजार किया लेकिन समय पर इलाज नहीं मिल पाया, जिसके चलते बच्चे की मौत हो गई ।
MP: जबलपुर में इलाज के अभाव में 5 साल के मासूम ने मां की गोद में तोड़ा दम, डॉक्टर पर देरी से आने का लगा आरोप
---विज्ञापन---बरगी के आरोग्यम अस्पताल का मामला@JournalistVipin #MadhyaPradesh pic.twitter.com/cYA9wTrUWN
— News24 (@news24tvchannel) September 1, 2022
---विज्ञापन---
कलेक्टर ने खारिज किया आरोप
वहीं इस मामले में कलेक्टर इलैयाराजा टी का कहना है कि, बच्चा बहुत बुरी कंडीशन में अस्पताल लाया गया था। उन्होंने बताया कि बच्चे का पहले निजी डॉक्टर से इलाज कराया जा रहा था। कलेक्टर ने फिलहाल इस आरोप को खारिज कर दिया है कि, अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं था। कलेक्टर का कहना है कि, उन्होंने इस मामले में पूछताछ की है, इसमें उन्हें बताया गया है कि, उस वक्त अस्पताल में डॉक्टर, नर्स के साथ पूरा स्टाफ मौजूद था।
उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में जांच करेंगे और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस मामले में स्वास्थ्य संचालक और प्रभारी सीएमएचओ डॉ संजय मिश्रा का कहना है कि, बच्चा मृत हालत में लाया गया था लेकिन स्थानीय लोगों द्वारा ये मुद्दा बनाया गया है।
कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर बोला हमला
वहीं इस मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘जबलपुर के बरगी की यह तस्वीरें बेहद ह्रदय विदारक है। एक मासूम बालक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर अपनी मां की गोद में तड़प-तड़प कर दम तोड़ देता है क्योंकि ना उसे डॉक्टर मिल पाया , ना इलाज मिल पाया। मध्यप्रदेश के विभिन्न हिस्सों से इस तरह की तस्वीरें निरंतर सामने आ रही है लेकिन जिम्मेदार सिस्टम सुधारने की बजाय , मुक़दर्शक बन कर यह सब देख रहे हैं’।
‘यह तस्वीरें शिवराज सरकार के सुशासन, स्वर्णिम प्रदेश, विकास के दावों की पोल खोल रही है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि इस मामले की जांच हो , इसके दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो , पीड़ित परिवार की हर संभव मदद हो’।