Jharkhand News: झारखंड के गिरिडीह में एक दलित की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि उसकी मौत पुलिस की पिटाई से हुई है। वहीं पुलिस ने बताया कि नागो पासी नामक दलित व्यक्ति की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। वहीं परिजनों ने उच्चाधिकारियों से इस घटना के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की है।
यह है मामला
बता दें कि पुलिस पासी को उसकी मां की हत्या की पूछताछ के मामले में बेंगाबाद स्टेशन लाई थी। रविवार रात को पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। लेकिन सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई। नागो की मौत के पास आस.पास के ग्रामीण थाने के पास इकट्ठा हो गए। वहीं परिजनों ने बताया कि रविवार शाम को उन्हें पुलिस ने नागो से मिलने नहीं दिया लेकिन सोमवार सुबह उसके मौत की जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है।
मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाए
परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि नागो की थाने में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस अपने आप को बचाने के लिए बीमारी का बहाना बना रही है। वहीं मृतक के परिजनों ने मांग की है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
ग्रामीणों ने किया थाने का घेराव
वहीं ग्रामीणों के हंगामे को देखते हुए आनन-फानन में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी थाने पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की। हालांकि ऐहतियात बरतते हुए अस्पताल और थाने के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान नागो को दिल का दौरा पड़ा और गिरिडीह अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। उधर गिरिडीह एसपी ने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए बेंगाबाद थाना प्रभारी शशि सिंह और एसआई मिथुन रजन को लाइन हाजिर कर दिया है।