Jharkhand News: झारखंड का सबसे बड़ा नक्सली और 15 लाख का इनामी छोटू खरवार मारा गया। नक्सली घटनाओ के आरोपी छोटू खरवार पर झारखंड सरकार ने 15 लाख का इनाम रखा था। छोटू खरवार की मौत आपसी लड़ाई में हुई है। जानकारी के मुताबिक, यह वारदात लातेहार जिले के नवाडीह में मंगलवार की देर रात हुई है। नक्सली कमांडर छोटू खरवार 100 से ज्यादा नक्सली घटनाओं में आरोपी था।
15 लाख का था इनाम
झारखंड के नक्सली छोटू खरवार (सुजीत उर्फ बिरजू सिंह उर्फ छोटे सिंह ) को झारखंड का सबसे बड़ा नक्सली कहा जाता है। जिसके ऊपर 15 लाख का इनाम रखा गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, छोटू खरवार की हत्या आपसी लड़ाई में की गई है। हत्या को अंजाम छिपादोहर थाना क्षेत्र के भीमपांव जंगल पास दिया गया है। हालांकि अभी तक हत्या का सही कारण सामने नहीं आया है, इसकी जांच पुलिस कर रही है।
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समझौते के दौरान हत्या
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से माओवादियों के बीच आपसी रंजिश की खबरें सामने आईं। इसी रंजिश का समझौता करने के लिए माओवादी नक्सली भीमपाव जंगल में जमा हुए थे। समझौते के दौरान ही सभी माओवादी एक दूसरे से भिड़ गए। इसी बीच एक माओवादी ने गोली चलाई, जो छोटू खरवार को लगी। घटना के बाद छोटू खरवार के शव को छोड़कर सभी लोग जंगल से फरार हो गए। पलामू डीआईजी वाई एस रमेश ने पुष्टि करते हुए कहा कि जंगल में उनको एक बॉडी मिली जो छोटू खरवार की है।
कौन था छोटू खरवार?
छोटू खरवार जो छिपादोहर इलाके का रहने वाला था। वह माओवादियों के कोयल-शंख जोन का इंचार्ज था। छोटू खरवार का नाम टेरर फंडिग के मामले में भी आ चुका है। जिसमें छोटू खरवार और उसकी पत्नी का नाम शामिल था। 2018 में NIA ने दोनों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये मामला 21 दिसंबर 2016 को शुरू हुआ जब लातेहार के बालूमाथ थाने की पुलिस ने एक शख्स को 3 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया था। चंदन ने पुलिस को बताया था कि ये रकम छोटू खरवार की थी।
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