Jharkhand Assembly Election: झारखंड की 43 विधानसभा सीटों पर पहले फेज में वोटिंग 13 नवंबर को होगी। झारखंड के अलावा देश के 10 राज्यों की 32 सीटों पर भी उपचुनाव होने हैं। इनमें 31 विधानसभा सीटें हैं। वहीं, केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर वोटिंग होगी। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, असम और पश्चिम बंगाल सहित 10 राज्यों की विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी। 28 विधानसभा सीटें सांसद चुनाव के बाद रिक्त हुई हैं। झारखंड में इस बार एनडीए और इंडिया ब्लॉक में कांटे का मुकाबला है। 2019 के चुनाव में 43 में से बीजेपी को सिर्फ 13 सीटों पर जीत मिली थी। महागठबंधन ने 25 सीटों पर जीत हासिल की थी। जेएमएम-कांग्रेस और आरजेडी ने मिलकर चुनाव लड़ा था। दो सीटों पर आजाद उम्मीदवारों ने परचम लहराया था। वहीं, एक-एक सीट एनसीपी और जेवीएम के खाते में गई थी। इस बार एनडीए की कोशिश यहां की अधिकतर सीटों को जीतने पर है।
बीजेपी में शामिल हुए थे चंपई सोरेन
इंडिया गठबंधन भी अपनी जीत के लिए इस बार रणनीति के साथ मैदान में उतरा है। इस बार पहले फेज की वोटिंग में पूर्व सीएम चंपई सोरेन और मौजूदा सरकार के छह मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। सीएम की कुर्सी से हटाए जाने के बाद चंपई नाराज हो गए थे। उन्होंने एक महीने बाद ही बीजेपी में शामिल होने का ऐलान कर दिया था। चंपई को बीजेपी ने कोल्हान प्रमंडल की परंपरागत सीट सरायकेला से मैदान में उतारा है। वे इस सीट से अब तक 6 बार विधानसभा चुनाव चुनाव जीत चुके हैं। 1991 में पहली बार यहीं से विधायक बने थे। इस सीट पर सात बार चुनाव हो चुका है। वर्ष 2000 को छोड़ सभी चुनाव चंपई सोरेन ने जीते हैं।
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चंपई सोरेन को इस बार झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के गणेश महली से चुनौती मिल रही है। महली ने पिछले दो चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़े हैं। लेकिन इस बार कैंडिडेट वही हैं, पार्टी बदल चुकी है। हेमंत सरकार में कांग्रेस के कोटे से मिनिस्टर रहे रामेश्वर उरांव भी लोहरदगा सीट पर चुनाव मैदान में उतरे हैं। उनको आजसू की नीरू शांति भगत से चुनौती मिल रही है। पिछले चुनाव में बीजेपी और आजसू ने अलग-अलग प्रत्याशी उतारे थे। जिसका फायदा उरांव को हुआ।
गढ़वा सीट पर कड़ा मुकाबला
वहीं, गढ़वा विधानसभा सीट से मिथिलेश ठाकुर मैदान में हैं। वे मौजूदा सरकार में मंत्री रहे हैं। उनकी सीट पर बीजेपी ने सत्येंद्र नाथ तिवारी और सपा ने पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह को उतारा है। जिसके बाद मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है। जमशेदपुर पश्चिम से कांग्रेस के कोटे से मंत्री बन्ना गुप्ता मैदा में है। उनको पूर्व मंत्री और जेडीयू प्रत्याशी सरयू राम से टक्कर मिल रही है। सरयू राय तत्कालीन सीएम रघुवर दास को आजाद लड़कर हरा चुके हैं। चाईबासा से जेएमएम कोटे के मंत्री दीपक बिरुआ मैदान में है। उनको गीता बलमुचू से चुनौती मिल रही है।
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